फ्रांस में पीएम मोदी की लीना नायर से मुलाकात, क्यों हो रही है चर्चा?

फ्रांस की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फ्रांस के लग्जरी फैशन ब्रांड  'शनेल' (CHANEL)  की वैश्विक सीईओ लीना नायर से मुलाकात की। इसके बाद लीना चर्चा में आ गई हैं। सोशल मीडिया पर उनके बारे में बात हो रही है। लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं। आइए जानते हैं विदेशों में भारत का नाम रोशन करने वाली कारोबार जगत की दिग्गज लीना नायर के बारे में।

फ्रांस में लीना से मिलने के बाद पीएम मोदी ने भी खुशी का इजहार किया। अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले भारतीय मूल के लोगों से मिलने पर हमेशा खुशी होती है। हमने कारीगरों में कौशल विकास को और बढ़ावा देने, खादी को और अधिक लोकप्रिय बनाने के तरीकों पर बातचीत की। लीना नायर ने कहा कि प्रधानमंत्री व्यापार के मामले में महिलाओं और लड़कियों का सहयोग करने के लिए बहुत उत्साहित हैं। प्रधानमंत्री वास्तव में यह सुनिश्चित करने में रुचि रखते हैं कि भारत सभी के लिए निवेश केंद्र बने।

बता दें कि लीना नायर जनवरी 2022 में फ्रांसीसी लग्जरी फैशन हाउस 'शनेल' (CHANEL) की पहली भारतीय मूल की वैश्विक सीईओ बनी थीं। शनेल के लिए लीना नायर लंदन से काम करती हैं। इससे पहले वह प्रतिष्ठिति यूनिलीवर कंपनी में 30 साल तक काम कर चुकी हैं। 54 साल की इस बिजनेस एक्जीक्यूटिव का जन्म भारत के महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर में हुआ था। नायर ने सांगली में वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियर की पढ़ाई की है।

लीना झारखंड के जमशेदपुर में स्थित एक्सएलआरआई (XLRI) संस्थान की पूर्व छात्रा हैं। 1992 में एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से स्वर्ण पदक विजेता के रूप में मानव संसाधन में एमबीए पूरा किया था। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि झारखंड में पढ़ने के लिए लीना को अपने माता-पिता को समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। इस बारे में लीना का कहना है कि जब उन्हें जमशेदपुर एक्सएलआरआई से ऑफर मिला था तो उनके लिए अपने परिवार को मनाना भी बहुत ही मुश्किल काम था। उन्हें अपने पिता को यह समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी कि उन्हें जमशेदपुर जाकर पढ़ना है, जहां ट्रेन से जाने में करीब 48 घंटों का वक्त लगता है।

1969 में जन्मीं नायर ने 2013 में भारत से लंदन का रुख कर लिया था। शनेल में शामिल होने से पहले लीना ने 30 वर्षों तक यूनिलीवर कंपनी में काम किया है। वह इस कंपनी में प्रबंधन ट्रेनी के रूप में शामिल हुईं थीं। इसके बाद उन्होंने यूनिलीवर में पहली महिला, एशियाई और सबसे कम उम्र की महिला मुख्य मानव संसाधन अधिकारी बनने के लिए अपना रास्ता तैयार किया। वह यूनिलीवर लीडरशीप एक्जीक्यूटिव की सदस्य भी बनीं। उन्होंने शनेल में शामिल होने के लिए यूनिलीवर में 30 साल का लंबा केरियर छोड़ दिया। अंतरराष्ट्रीय कारोबार सिस्टम पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ लीना की तुलना पेप्सिको की सीईओ रह चुकीं इंद्रा नूई से करते हैं।