भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में तीन दिवसीय प्रवास भारत के लिए तो खासी दिलचस्पी जगा रहा है, वही अमेरिका में मौजूद भारतीय प्रवासी भी प्रधानमंत्री का 'साथ' पाने का बेसर्बी से इंतजार कर रहे हैं। वे दावा कर रहे हैं कि मोदी के भारत का प्रधानमंत्री बनने के बाद दूसरे देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों का सम्मान तो बढ़ा ही है, अब भारत को भी एक 'अलग' ही देश के रूप में देखा जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि मोदी का निर्णय लेने का कौशल निर्विवाद है। उनका यह दौरा भारत और अमेरिका दोनों के लाभकारी व दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करेगा।

मोदी जब वर्ष 2019 में अमेरिकी दौरे पर गए थे, तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उन्होंने हाउडी मोदी कार्यक्रम में शिरकत की थी। इसे अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी पॉलिटिको-कल्चरल गैदरिंग माना जाता है। हालांकि कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री मोदी का इस बार कोई भी ऐसा कार्यक्रम नहीं है। लेकिन अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों और कम्यूनिटी लीडरों से इंडियन स्टार हिंदी ने जब बात की तो पता चलता है कि उस वक्त भी प्रधानमंत्री मोदी का जलवा था और आज भी उनका प्रभाव कायम है। इनमें से कुछ खास लोगों से हुई बातचीत से हम आपको रूबरू करवा रहे हैं।

बरसों से विश्वभर में फैले भारतीय प्रवासियों के हितों में काम करने वाले और जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन प्रेम भंडारी कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने 60 लाख OCI धारकों को अप्रैल में राहत देकर भारतीय प्रवासियों की परेशानियों को कम करने का काम किया। दुनिया भर में फैले 3 करोड़ 20 लाख भारतीय एक मजबूत प्रधानमंत्री के होने पर वैसा ही महसूस करते हैं जैसा एक अमेरिकी नागरिक दुनिया के किसी कोने में होकर महसूस करता है। उन्होंने कहा कि एक अमेरिकी दुनिया में कहीं भी हो, उसके पीछे अमेरिकी प्रशासन होता है, वैसा ही आज हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महसूस करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ही हैं जो आजादी का अमृत महोत्सव जैसा बड़ा कार्यक्रम दुनिया भर में शुरू कर पाए हैं।