भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की अपनी यात्रा के दौरान आज सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के सलाहकार ओसामु सुजुकी से मुलाकात कर भारत में निवेश, नवाचार, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और रीसाइक्लिंग केंद्रों में अवसरों पर चर्चा की। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया और बताया कि कंपनी के सलाहकार ओसामु सुजुकी के साथ बैठक में पीएम मोदी ने भारत के ऑटोमोटिव उद्योग में सुजुकी की परिवर्तनकारी भूमिका की सराहना की।
Met top business leaders in Tokyo. Our conversations focussed on diverse topics ranging from innovation to investments, tech to textiles, reforms to StartUps. There is great enthusiasm towards India and there is great appreciation for the entrepreneurial skills of India’s youth. pic.twitter.com/5jSMehWjtv
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2022
प्रधानमंत्री मोदी अपने जापानी प्रधानमंत्री किशिदा के निमंत्रण पर क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर जापान में हैं। प्रधानमंत्री मोदी की इस चर्चा के कई उद्देश्य हैं। दरअसल इस साल मार्च में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने घोषणा की थी कि वह गुजरात में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (BEV) और बैटरी के स्थानीय निर्माण के लिए 2026 तक लगभग 150 बिलियन येन (लगभग 10,445 करोड़) का निवेश करेगी।
कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली यूनिट सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड (SMG) 2026 तक BEV बैटरी के लिए एक संयंत्र के निर्माण के लिए 7,300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। साथ ही 2025 तक BEV के निर्माण की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए SMG 3,100 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी।
Brand Ambassador of 🇮🇳’s growth story
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) May 23, 2022
In a meeting with Advisor @suzukicojp Osamu Suzuki, PM @narendramodi appreciated Suzuki’s transformational role in 🇮🇳’s automotive industry.
Discussed opportunities for investment, innovation, manufacturing EVs,recycling centres in India. pic.twitter.com/7TCoy4mdVA
वहीं एक अन्य समूह फर्म मारुति सुजुकी टोयोत्सु इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (MSTI) 2025 तक वाहन रीसाइक्लिंग प्लांट के निर्माण में 45 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। बता दें कि पिछले साल नवंबर में MSTI की शुरुआत संयुक्त रूप से मारुति सुजुकी और टोयोटा त्सुशो समूह द्वारा की गई थी। यह वाहन रीसाइक्लिंग और डिस्मेंटलिंग यूनिट है जिसका संचालन उत्तरप्रदेश के नोएडा में होता है। 10,993 वर्ग मीटर में फैली इस यूनिट में सालाना 24,000 से अधिक वाहनों को स्क्रैप और रीसायकल करने की क्षमता है। नवंबर 2019 में दोनों भागीदारों ने वाहन स्क्रैपिंग और रीसाइक्लिंग यूनिट स्थापित करने के लिए एक संयुक्त उद्यम शुरू करने की घोषणा की थी।