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फोर्ड को भारत में भारी घाटा, वाहनों का निर्माण बंद करने का लिया निर्णय

इस लॉकडाउन के बावजूद फोर्ड इंडिया कपंनी का कहना है कि वह भारत में कुछ प्रतिष्ठित वैश्विक वाहनों और विद्युतीकृत (इलेक्ट्रिक) एसयूवी को बाजार में लाने की योजना के साथ अपने परिचालन का पुनर्गठन करेगी। उसका यह भी कहना है कि वह मौजूदा ग्राहकों को सेवा देने के लिए डीलरों की लगातार मदद करती रहेगी।

Photo by Sam Warren / Unsplash

अमेरिकन वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड (Ford) ने घोषणा की है कि वह अब भारत में वाहनों का निर्माण नहीं करेगी। कंपनी ने गुरुवार को कहा कि वह गुजरात के साणंद (Sanand) और चेन्नई (Chennai) में अपनी निर्माण इकाई (मैन्युफैक्चरिंग प्लांट) बंद करने जा रही है। कंपनी ने खुलासा किया है कि लंबे समय से हो रहे नुकसान के चलते उसे मजबूरीवश यह निर्णय लेना पड़ रहा है। कंपनी के इस निर्णय से करीब 4000 लोगों को रोजगार का संकट झेलना पड़ सकता है।

फोर्ड कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में जानकारी दी है कि वह 2021 की चौथी तिमाही तक गुजरात के साणंद में निर्यात के लिए वाहन निर्माण और वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन निर्माण को बंद कर देगी। कंपनी ने इस बात का भी खुलासा किया कि गत दस वर्षों में उसे दो बिलियन डॉलर से अधिक का परिचालन घाटा झेलना पड़ा है। वैसे कंपनी ने स्पष्ट किया है कि वह भारत में कुछ पूरी तरह से निर्मित अपनी कारों को आयात के माध्यम से बेचना जारी रखेगी। इसके अलावा कंपनी मौजूदा ग्राहकों को सेवा देने के लिए डीलरों को भी लगातार मदद करती रहेगी।

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