अमेरिका से भारत की यात्रा करने वाले दो छात्रों सहित चार यात्रियों को उड़ान में सवार होने से पहले मना कर दिया गया। ये सभी भारतीय पासपोर्ट धारक थे। सभी भारत के बेंगलुरु केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे जाना चाहते थे लेकिन एयर फ्रांस ने उन्हें प्लेन में चढ़ने से मना कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते हुई इस घटना में एयर फ्रांस का प्लेन पेरिस और एम्स्टर्डम से होकर जाने वाला था और चारों भारतीयों पर शेंगेन क्षेत्र में जाने के लिए वीजा नहीं था। नियम कहते हैं कि भारतीय नागरिकों को भारत और अमेरिका के बीच एक यात्रा कार्यक्रम पर दो शेंगेन देशों से पारगमन करने के लिए एक नियमित शेंगेन वीजा की आवश्यकता होती है। शेंगेन क्षेत्र एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें 26 यूरोपीय देश शामिल हैं जिन्होंने अपनी पारस्परिक सीमाओं पर सभी पासपोर्ट और अन्य सभी प्रकार के सीमा नियंत्रण को आधिकारिक रूप से समाप्त कर दिया है।
मिशिगन में डेटा साइंस की पढ़ाई कर रहे श्रीराम अमृतुर को बेंगलुरु से पेरिस जाने वाली AF0191 फ्लाइट के लिए चेक-इन करते समय रोक लिया गया था। श्रीराम ने बताया कि एयर फ्रांस के ग्राउंड स्टाफ ने मुझसे कहा कि मैं वैध शेंगेन वीजा के बिना यात्रा नहीं कर सकता। एयरलाइन ने टिकट बुक करते समय मुझे ट्रांजिट वीजा की आवश्यकता के बारे में सचेत करने की जहमत भी नहीं उठाई थी। इतना ही नहीं एयरलाइंस की आधिकारिक वेबसाइट पर भी भारतीय यात्रियों के लिए इसका उल्लेख नहीं किया गया है।
काफी समय तक मशक्कत करने के बाद श्रीराम और अन्य तीन यात्रियों ने अमेरिका में एक विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से अपनी यात्रा की बुकिंग न करने पर खेद व्यक्त किया और वे तड़के अपने घर वापस चले गए। विमानन पत्रकारों के अनुसार पेरिस सीडीजी हवाई अड्डे पर टर्मिनल परिवर्तन में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को एम्सटर्डम की उड़ान पर पारगमन की अनुमति देने के लिए आव्रजन मंजूरी की आवश्यकता होती है और भारतीय यात्रियों को इसके लिए शेंगेन वीजा की आवश्यकता होती है।
इस मामले पर इंडियन ईगल डॉट कॉम के मुख्य यात्रा इकोनॉमिस्ट ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए वीजा सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। आपके यात्रा कार्यक्रम के लिए आवश्यक वीजा के बारे में कोई भी गलत सूचना या जानकारी की कमी ग्यारहवें घंटे में आपकी यात्रा की योजना को खराब कर सकती है। हम मानते हैं कि यात्रियों को सही वीजा जानकारी प्रदान करना एयरलाइंस की जिम्मेदारी है और इसलिए हम हमारे ग्राहकों को एयरलाइंस या दूतावास से जानकारी लेने के लिए कहते रहते हैं।