भारत स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने श्रीलंका और मालदीव के संकट काल में भारत की तरफ से की गई मदद की सराहना की। नागपुर में भारत विकास मंच की तरफ से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि श्रीलंका और मालदीव जब संकट में घिरे थे, तब केवल भारत ने ही उनकी मदद की।
बाकी देशों की रुचि तो उस वक्त भी व्यापार के अवसर तलाशने में थी। उन्होंने लोगों से तामसिक भोजन का त्याग करने की भी अपील की। आरएसएस से जुड़े संगठन भारत विकास मंच के कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि आध्यात्मिकता भारत की आत्मा है।