ऑस्ट्रेलियाई राज्य न्यू साउथ वेल्स (NSW) में लॉकडाउन को करीब दो महीने हो गए हैं और इसके एक महीने बढ़ाए जाने की संभावना है। ऐसे में हॉस्पिटेलिटी (आतिथ्य सेवा) और रिटेल क्षेत्र के युवाओं में काम करने वाले युवा बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण घर पर रहने के आदेशों के कारण उनकी कमाई बंद हो गई है। हालांकि सरकार ने एनएसडब्ल्यू और विक्टोरियो के ऐसे लोगों को आर्थिक मदद दी है, लेकिन इससे उनकी परेशानियां खत्म नहीं हुई हैं। ऐसे युवा काम पर लौटना चाहते हैं।
एनएसडब्ल्यू में तमाम अंतरराष्ट्रीय छात्र रेस्तरां समेत कई रिटेल क्षेत्रों में काम करके अपना खर्च वहन करते हैं। इनमें बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी हैं। उन सभी के सामने लॉकडाउन से विपरीत परिस्थितियां उत्पन्न हो गई हैं। छात्रा अनीषा सामंता ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में बताया कि शुरुआत में लॉकडाउन से काम ज्यादा प्रभावित नहीं हुआ, क्योंकि जिस रेस्तरां में वह काम कर रही थीं, वहां का टेकअवे सेक्शन खुला रहा। फिर रेस्तरां का हेड शेफ कोरोना संक्रमित निकला, जिसके बाद सभी स्टाफ सदस्यों को परीक्षण करवाना पड़ा, जिसमें आठ अन्य लोग भी पॉजिटिव मिले। यह उनके लिए काफी डरावना समय था।