प्रवासी भारतीय ओमान से भी कर सकेंगे अपने देश में बिलों का भुगतान

ओमान में रहने वाले प्रवासी भारतीय अब भारत में अपने नगरपालिका करों, स्कूल फीस और अन्य बिलों का भुगतान कर सकते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपका बेटा या बेटी ओमान में रहते हैं तो वे वहीं से भारत में आपके बिल का पेमेंट कर सकेंगे। केनरा बैंक और एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (NBBL) ने ओमान में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों के लिए सीमा पार बिल भुगतान सेवाओं की शुरुआत की है। प्रवासी भारतीय (NRI) अब अपने परिजनों की तरफ से बिल का भुगतान करने के लिए मुसंदम एक्सचेंज के माध्यम से भारत बिल पेमेंट सिस्टम का लाभ उठा सकते हैं।

इससे पहले भारतीय प्रवासियों के पास अपने घरेलू बिलों का भुगतान करने के लिए पारंपरिक तरीके ही मौजूद थे। लेकिन अब ओमान में रह रहे भारतीय अपने देश में विभिन्न सेवाओं के लिए त्वरित, सरल और सुरक्षित तरीके से बिल भुगतान कर सकेंगे। मुसंदम एक्सचेंज ओमान में पहला एक्सचेंज हाउस है, जिसने भारत में सीमा पार बिल भुगतान शुरू किया है। इसका प्रबंधन केनरा बैंक के पास है। इस संबंध में बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि यह पहल केनरा बैंक के लिए भारत में पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के रूप में एक मील का पत्थर है, जो बीबीपीएस के माध्यम से देश के बाहर से बिल भुगतान की पेशकश करता है।

केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक के सत्यनारायण राजू ने कहा कि यह सुविधा हमारे एनआरआई ग्राहकों के बैंकिंग अनुभव को बढ़ाएगी और उनके साथ संबंधों को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल हमारे ग्राहकों को नए और ग्राहक-केंद्रित समाधान देने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।
सीमा पार बिल भुगतान सेवा कुवैत में पहले से ही है। यह बिजली, पानी, मोबाइल फोन, गैस, क्रेडिट कार्ड बिल जैसी कई सुविधाएं प्रदान करती है। ओमान में एनआरआई अब पहली बार इन सुविधाओं का फायदा उठाएंगे। ओमान में इस सुविधा का शुरू होना भारत की डिजिटल भुगतान यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

क्या है भारत बिल पे सिस्टम : बीबीपीएस यानी भारत बिल पेमेंट सिस्टम ग्राहकों को ऑनलाइन बिल पेमेंट की सुविधा प्रदान करती है। यह सिस्टम नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के अंतर्गत काम करता है। इसके माध्यम से आप बिजली, पानी, फोन और गैस आदि के बिलों का भुगतान कर सकते हैं। इसके साथ ही, इंश्योरेंस प्रीमियम, म्यूचुअल फंड, स्कूल फीस, क्रेडिट कार्ड या फास्टैग रिचार्ज और हाउसिंग सोसाइटी के मासिक या सालाना चार्जेस भी दिए जा सकते हैं। बिल पे करने के लिए डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई और वॉलेट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।