संयुक्त अरब अमीरात से कोरोना का टीका लगाकर भारत जाने वाले यात्रियों को राहत दी गई है। ऐसे मुसाफिरों को हवाईअड्डे पर आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी। भारत सरकार ने इसकी घोषणा की है। हालांकि, उन्हें किसी अन्य विदेशी यात्री की तरह एयर सुविधा पोर्टल पर यात्री लोकेटर फॉर्म भरना होगा। इससे पहले केवल उन यात्रियों को भारत आने से पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण से छूट दी गई थी जिन्होंने भारत में कोविड-19 टीके की दोनों खुराकें ली हैं।

इसके साथ ही यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर यूएई सहित मान्यता प्राप्त देशों की सूची से कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा। बता दें कि अभी यात्रियों को एक निगेटिव परीक्षण रिपोर्ट ले जाने की आवश्यकता होती है। यह रिपोर्ट प्रस्थान से 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। इसे उड़ान से पहले पोर्टल पर अपलोड करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा पांच साल से कम उम्र के बच्चों को आगमन के बाद और प्रस्थान से पहले परीक्षण से छूट दी जाएगी। लेकिन यदि भारत आने पर उनमें कोविड के लक्षण दिखाई दिए तो उन्हें परीक्षण से गुजरना होगा और तय नियमों के अनुसार उनका इलाज किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना महामारी के दो साल बाद भारत ने 27 मार्च से तय अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन को फिर से शुरू कर दिया है। प्रमुख हवाई अड्डों और शहरों से देश से आने और जाने वाले यात्रियों की तादाद में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही भारत ने कई तरह की छूट भी दी। विमान में सीटों को खाली रखने के साथ चालक दल के सदस्यों के लिए एक पूर्ण पीपीई किट की आवश्यकता को हटा दिया गया है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद 23 मार्च 2020 से निलंबित कर दिया था। हालांकि एयर बबल व्यवस्था के तहत जुलाई 2020 से भारत और लगभग 45 देशों के बीच विशेष यात्री उड़ानें संचालित हो रही थीं।
RM