अमेरिकी वित्त विभाग के उप सचिव वैली अडेमो का कहना है कि उन्हे ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला है जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि भारतीय कंपनियां रूस पर लगे प्रतिबंधों को नजरअंदाज कर रही हैं। आईआईटी-बॉम्बे की यात्रा के दौरान अडेमो ने यह बात मीडिया से कही। अडेमो ने साथ ही कहा कि भारत, अमेरिका और यूरोप के साथ ही दुनियाभर की कंपनियां प्रतिबंधों को गंभीरता से ले रही हैं और उन्हे लागू भी कर रही हैं।
कुछ दिनों पहले आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा के हवाले से कहा गया था कि अमेरिका इस बात को लेकर चिंतित है कि वाशिंगटन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रूसी कच्चे तेल से बने ईंधन का निर्यात करने के लिए भारत के बंदरगाह का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहा गया कि गुजरात के एक बंदरगाह पर जहाज आते हैं जहां से तेल का शोधन करके भेजा जाता है।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा- भारतीय कंपनियों द्वारा रूस पर लगे प्रतिबंधों की अनदेखी का कोई सुबूत नहीं
आईआईटी-बॉम्बे की यात्रा के दौरान अडेमो ने यह बात मीडिया से कही। अडेमो ने साथ ही कहा कि भारत, अमेरिका और यूरोप के साथ ही दुनियाभर की कंपनियां प्रतिबंधों को गंभीरता से ले रही हैं और उन्हे लागू भी कर रही हैं।
