कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर अगले एक साल के अंदर आर्थिक मंदी का संकट मंडरा रहा है। जहां अमेरिका और यूरोप में मंदी आने की 40 से 50 प्रतिशत तक संभावना देखी जा रही है, वहीं एशिया के आर्थिक संकट की चपेट में आने का खतरा 20-25 प्रतिशत बताया जा रहा है। हालांकि राहत की बात ये है कि अर्थशास्त्रियों के अनुसार भारत पर इसका असर होने की संभावना बेहद कम है। ब्लूमबर्ग ने अर्थशास्त्रियों से बातचीत के आधार पर एक सर्वे में ये नतीजे निकाले हैं।
सर्वे के अनुसार, पहले से ही बड़े वित्तीय संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के अगले एक साल के अंदर मंदी में घिरने की 85 प्रतिशत संभावना है। सर्वेक्षण में न्यूजीलैंड, ताइवान, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस में क्रमशः 33 प्रतिशत, 20 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 8 प्रतिशत तक मंदी की संभावना बताई गई है। इसी तरह अगले एक साल में चीन के मंदी की चपेट में आने की 20 प्रतिशत संभावना है. 25 प्रतिशत संभावना है कि दक्षिण कोरिया या जापान भी इस संकट में घिर जाएगा। कुल मिलाकर, एशिया में अगले एक साल में मंदी आने की संभावना 20-25 प्रतिशत है जबकि अमेरिका में ऐसा खतरा 40 प्रतिशत और यूरोप में 50-55 प्रतिशत है।