अमेरिका का पुराना रुतबा वापस लाकर रहूंगी चाहे जो हो जाए, निक्की हेली बोलीं

राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए मैदान में उतरीं भारतीय अमेरिकी निक्की हेली ने देश को कर्ज की दलदल में धकेलने के लिए अपनी ही पार्टी के दो पूर्व राष्ट्रपतियों को आड़े हाथ लिया। दक्षिण कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली ने कहा कि जब तक मैं पुराने अमेरिका का रुतबा वापस नहीं लाऊंगी, तब तक चैन से नहीं बैठूंगी। उन्होंने ये भी कहा कि मैं परंपरावादियों के साथ रहकर खुश हूं।

साभार ट्विटर

फ्लोरिडा के पाम बीच पर क्लब फोर ग्रोथ में निक्की ने अपने संबोधन के दौरान अमेरिका के वर्तमान आर्थिक हालात पर खुलकर अपनी बात रखी। इसके एक दिन पहले कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस (CPAC) में उन्होंने जोरदार भाषण दिया। उन्होंने कहा कि हमने दुनिया भर का दौरा किया और जाना कि अमेरिका में क्या कमी है? जो बात निकलकर आई, वह यह है कि अमेरिका परिपूर्ण नहीं है लेकिन अमेरिका के दिल में जो सिद्धांत बसता है, वह परिपूर्ण है।

रिपब्लिकन नेता ने कहा कि अगर आपने ध्यान नहीं दिया है तो मैं बताना चाहती हूं कि राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में मेरा शामिल होना उदारवादी मीडिया बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। हम सब जानते हैं, क्यों? क्योंकि मेरा परंपरावादी होना उन्हें रास नहीं आ रहा है। इसलिए कि मैं एक महिला हूं, अल्पसंख्यक हूं और अप्रवासियों की बेटी हूं। उदारवादी अमेरिका में जो कुछ कहते हैं, वह सब सही नहीं है। मैं उसका प्रमाण हूं।

निक्की हेली ने अमेरिका की दुर्दशा के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ साथ अपनी रिपब्लिकन पार्टी के दो पूर्व राष्ट्रपति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने अत्यधिक खर्च करने और अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज 10 हजार अरब डॉलर और बढ़ाने के लिए जॉर्ज डब्ल्यू बुश तथा डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की। निक्की ने कहा कि बाइडेन की देखरेख में हमने अपने देश को 31 ट्रिलियन डॉलर (करीब 81 हजार अरब रुपये) के कर्ज में ढकेल दिया है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मजबूत अर्थव्यवस्था आवश्यक है। अगर हम अपनी मुद्रा का अवमूल्यन नहीं रोक पाएंगे तो दुनिया में अपनी सर्वोच्च जगह खो देंगे। अमेरिकी नागरिकों की रक्षा करने और शांति बनाये रखने का इकलौता रास्ता आर्थिक आजादी ही है।

उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह और बाकी डेमोक्रेट्स हमारे लोगों के बीच से देशभक्ति की भावना खत्म कर रहे हैं। इससे उनमें आत्मग्लानि का बोध हो रहा है। मैं चाहती हूं कि हमारे और आपके बच्चे ऐसा सोचने पर मजबूर न हों। वे एक ऐसे राष्ट्र के नागरिक हैं जो खुद पर भरोसा करता है और अपने सिद्धांतों के साथ जीता है।

निक्की हेली ने अपनी चुनावी दावेदारी को लेकर कहा कि मैं एक निर्णायक महिला हूं। मैंने जब फैसला कर लिया है तो अब रुकूंगी नहीं। सार्वजनिक जीवन में मेरी लड़ाई इसी दृष्टिकोण के साथ है। उन्होंने वादा किया कि वह लोगों को एकजुट करने वाली राष्ट्रपति बनेंगी जो स्वतंत्रता और आत्मविश्वास पर भरोसा करती हैं।