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जुलाई तक न्यूजीलैंड की सीमा पूरी तरह खुल जाएगी, जानिए कब से जा सकते हैं

न्यूजीलैंड सरकार ने अधिकांश वर्क टू रेजिडेंस वीजा धारक जिनके वीजा 31 दिसंबर को या उससे पहले समाप्त हो रहे हैं उनके वीजा को प्रशासन ने छह महीने के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। वहीं दो साल के ओपन वर्क वीजा को आवश्यक कौशल, पोस्ट-स्टडी के लिए प्रदान किया गया है।

Photo by Walter Walraven / Unsplash

न्यूजीलैंड की सरकार ने सीमा को फिर से खोलने और न्यूजीलैंड को दुनिया के साथ फिर से जोड़ने के लिए एक नई समय-सीमा की घोषणा की है। न्यूजीलैंड की सीमा अब मूल योजना से तीन महीने पहले जुलाई के अंत तक पूरी तरह से फिर से खोल दी जाएगी। ऐसे में भारत से न्यूजीलैंड जाने की इच्छा रखने वाले आगंतुक 1 अगस्त से वीजा के लिए आवदेन कर सकेंगे।

मिली जानकारी के मुताबिक पैसिफिक आइलैंड फोरम देशों (ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर) से आवेदन करने वाले आगंतुक अब 16 मई से वीजा के लिए आवेदन कर सकेंगे। दरअसल न्यूजीलैंड सरकार की प्राथमिकता पैसिफिक से आने वालों के लिए प्रवेश को खोलने की है। इसके बाद 4 जुलाई से सभी कार्य वीजा श्रेणियां आवेदन के लिए खुली होंगी जिसमें मान्यता प्राप्त नियोक्ता कार्य वीजा भी शामिल है। इसके बाद 31 जुलाई से सभी छात्र और आगंतुक वीजा श्रेणियां खुल जाएंगी। समुद्री सीमा भी 31 जुलाई को फिर से खोल दी जाएंगी।

न्यूजीलैंड सरकार की प्राथमिकता पैसिफिक से आने वालों के लिए प्रवेश को खोलने की है। 

इसके अलावा अधिकांश वर्क टू रेजिडेंस वीजा धारक जिनके वीजा 31 दिसंबर को या उससे पहले समाप्त हो रहे हैं उनके वीजा को प्रशासन ने छह महीने के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। वहीं दो साल के ओपन वर्क वीजा को आवश्यक कौशल, पोस्ट-स्टडी के लिए प्रदान किया गया है। सरकार ने उच्च-कुशल प्रवासियों को आकर्षित करने और उन्हें काम पर रखना आसान बनाने के लिए कुछ परिवर्तनों की भी घोषणा की है। जबकि कुछ क्षेत्रों के कम-कुशल प्रवासी श्रमिकों को अपना काम जारी रखने के लिए कहा है।

सरकार के मुताबिक यह इमिग्रेशन रीबैलेंस योजना सभी के लिए काम करने की परिस्थितियों को ऊपर उठाने, न्यूजीलैंड के लोगों के लिए करियर के रास्ते में सुधार करने और व्यवसायों को महामारी से आर्थिक सुधार के लिए हमारी योजनाओं के हिस्से के रूप में उत्पादकता और लचीलापन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि लगभग ढाई लाख भारतीय न्यूजीलैंड में रहते हैं। इनमें 80 हजार एनआरआई हैं जबकि 160,000 पीआईओ कार्ड धारक हैं।

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