मणिपुर में महिलाओं से दुराचार, मोदी ने कहा- मेरा दिल क्रोध से भरा हुआ है
भारत के मणिपुर राज्य में दो महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न की वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निंदा की और इसे शर्मनाक बताते हुए कड़ी कार्रवाई का वादा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा दिल पीड़ा से भरा हुआ है, क्रोध से भरा हुआ है। मणिपुर से जो घटना सामने आई है, वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। इस घटना से बेइज्जती पूरे देश की हो रही है, पूरे 140 करोड़ लोगों की हो रही है। कानून अपनी पूरी ताकत से सबसे मजबूत कदम उठाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है।
Speaking at the start of the Monsoon Session of Parliament. https://t.co/39Rf3xmphJ
— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2023
जैसे ही मोदी ने अपना बयान समाप्त किया वैसे ही मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने ट्वीट किया कि राज्य पुलिस ने मामले में पहली गिरफ्तारी की है। फिलहाल गहन जांच चल रही है और हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए।
My hearts go out to the two women who were subjected to a deeply disrespectful and inhumane act, as shown in the distressing video that surfaced yesterday. After taking a Suo-moto cognisance of the incident immediately after the video surfaced, the Manipur Police swung to action…
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) July 20, 2023
बता दें कि बीरेन सिंह पर मानवाधिकार समूहों और उनकी ही पार्टी के सांसदों ने हिंसा से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है। मणिपुर पुलिस ने कहा कि उन्होंने सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कर लिया है और एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दोनों महिलाओं पर हमला 4 मई को हुआ था लेकिन हथियारबंद बदमाशों द्वारा उन्हें घसीटने, उनके साथ छेड़छाड़ करने और उन्हें नग्न कर घुमाने का वीडियो बुधवार को वायरल हुआ है। सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो में दिखाया गया है कि दो महिलाओं को नग्न अवस्था में सड़क पर घुमाया जाता है और उन पर हमला किया जाता है।
आपको बता दें कि मणिपुर में हिंसा 3 मई को शुरू हुई थी जब अदालत ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि वह जनजातीय कुकी लोगों को मिलने वाली सरकारी नौकरियों और शिक्षा में विशेष आर्थिक लाभ और कोटा को बहुसंख्यक मैतेई आबादी तक भी बढ़ाने पर विचार करे।
भारत के इस पूर्वोत्तर राज्य में हो रही हिंसा में करीब 125 लोग मारे गए हैं। ये हिंसा मई की शुरुआत में शुरू हुई थी। महीने के मध्य तक अधिकांश हिंसा पर काबू पा लिया गया था। हालांकि इसके तुरंत बाद छिटपुट हिंसा और हत्याएं फिर से शुरू हो गई थीं। 32 लाख लोगों के इस राज्य की सीमाएं म्यांमार से लगती हैं। राज्य में तनाव अभी भी बना हुआ है। सैकड़ों लोग घायल हुए हैं और 40,000 से अधिक लोग अपने घर छोड़कर भाग गए हैं।