शिपिंग और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए भारत मुंबई में प्रतिष्ठित क्रूज टर्मिनल के चालू होने से कुछ महीने पहले मई में पहली बार अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 2022 की मेजबानी करेगा।
भारत सरकार के बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार को कहा कि भारतीय क्रूज बाजार में अगले दशक में 10 गुना बढ़ने की क्षमता है, जो बढ़ती मांग और डिस्पोजेबल आय से प्रेरित है। साथ ही उन्होंने आगामी प्रथम अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 2022 की भी घोषणा की जो 14 से 15 मई को आयोजित किया जाएगा।

मंत्री ने कहा कि भारत एक शानदार क्रूज गंतव्य बनने और बढ़ते बाजार पर कब्जा करने के लिए कमर कस रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रूज बाजार में अगले दशक में दस गुना बढ़ने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की प्रमुख सागरमाला पहल चेन्नई, विजाग और अंडमान के बंदरगाहों को गोवा से जोड़ रही है जहां अधिकतम पर्यटक आते हैं।
इस दौरान उन्होंने उन्होंने ब्रोशर, लोगो और सम्मेलन के शुभंकर - कैप्टन क्रूज़ो का भी अनावरण किया। मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रूज पर्यटन पर सम्मेलन का उद्देश्य भारत को क्रूज यात्रियों के लिए एक वांछित गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करना, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को उजागर करना और क्रूज पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए भारत की तैयारियों के बारे में जानकारी का प्रसार करना है।
दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय क्रूज लाइन ऑपरेटरों, निवेशकों, वैश्विक क्रूज सलाहकारों एवं विशेषज्ञों, गृह मंत्रालय, वित्त, पर्यटन और बंदरगाह और शिपिंग, राज्य समुद्री बोर्डों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों सहित हितधारकों की भागीदारी देखी जाएगी।

इस अवसर पर बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव डॉ. संजीव रंजन ने भारत में क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर प्रकाश डाला, जिसके परिणामस्वरूप क्रूज पर्यटन में साल-दर-साल 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि 2019 में 400 से अधिक क्रूज जहाज हमारे तटों पर आ रहे थे और चार लाख क्रूज यात्रियों तक पहुंचे। सचिव ने कहा कि COVID महामारी के बावजूद, हमारे बंदरगाह पिछले दो वर्षों में क्रूज यात्रियों की लैंडिंग को आसान बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को विकसित करने में सक्षम रहे हैं।
मुंबई पोर्ट अथॉरिटी के चेयरमैन राजीव जलोटा ने कहा कि इस पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देना और विशिष्ट रुचियों वाले पर्यटकों को आकर्षित करना है। मुंबई भारत की क्रूज राजधानी रही है और लगातार विकास में वृद्धि देखी है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष संजय बंदोपाध्याय ने कहा कि यह सम्मेलन अधिक वैश्विक उद्यमियों को आकर्षित करेगा और वैश्विक क्रूज पर्यटन में सभी ऑपरेटरों को शामिल करेगा। नदी पर्यटन सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है और राजस्व और रोजगार लाता है।