रंगों से भरे हुई हैं भारत की ये जगहें, अद्भुत होता है यहां का अनुभव

सांस्कृतिक, पारंपरिक और भौगोलिक विविधताओं का संगम भारत बड़ी संख्या में दुनिया भर से घूमने के शौकीन लोगों को आकर्षित करता है। जब ये सभी एक स्थान पर मिल जाते हैं तब इस देश की असली सुंदरता देखने को मिलती है।

अगर आपने भारत की अच्छे से यात्रा की है तो आप जानते होंगे कि यह देश अपने कई रंगों में भी विविधता लिए हुए है। व्यस्त तंग गलियों और स्थानीय बाजारों से लेकर सम्मोहित कर देने वाली प्राकृतिक खूबसूरती के साथ अलग-अलग नजरिए से सुंदरता के अलग-अलग आयाम का अनुभव कराता है। पढ़िए भारत के रंगों से भरे उन स्थानों के बारे में जहां आपको जरूर जाना चाहिए।

हिंदू धर्म का बेहद महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हरिद्वार उत्तराखंड में स्थित है। Photo by Suketu Solanki / Unsplash

हरिद्वार का स्थानीय बाजार

हिंदू धर्म का बेहद महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हरिद्वार उत्तराखंड में स्थित है। अगर आप यहां हैं तो खरीदारी के लिए यहां की स्थानीय बाजार का रुख करना चाहिए। यहां आपको अलग ही दुनिया दिखाई देगी। यहां सड़कें छोटी-बड़ी दुकानों से घिरी हुई हैं जहां आभूषणों से लेकर कपड़ों और अचार के साथ गंगा आरती के लिए फूल तक मिल जाएंगे।

क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी में 88 घाट हैं। Photo by Aimanness Harun / Unsplash

वाराणसी के घाट

क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी में 88 घाट हैं। इनमें से अधिकांश घाटों पर पूजा होती है लेकिन एक घाट ऐसा है जो सबसे अलग है। इस घाट का नाम दशाश्वमेध घाट है जिसे सबसे अधिक लोकप्रिय और जीवंत माना जाता है। यहां रोज गंगा आरती होती है और यह आरती देखने वाली होती है जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं।

यह लाल किले के पास स्थित 17वीं शताब्दी का मसाला बाजार है। Photo by Avi Guru / Unsplash

दिल्ली की खारी बावली

एशिया के सबसे बड़े होलसेल मसाला बाजार यानी दिल्ली की खड़ी बावली एक अद्भुत स्थान है। यह लाल किले के पास स्थित 17वीं शताब्दी का मसाला बाजार है। दिल्ली आने वाले हर शख्स को यहां का अनुभव जरूर लेना चाहिए। यहां हर मसाले से लेकर चाय और ड्राई फ्रूट्स आपको मिल जाएंगे।

सितंबर के महीने में यहां आपको फूलों की कई किस्में देखने को मिल जाएंगी। Photo: Rajeev Bhatt

दिल्ली का गाजीपुर फूल बाजार

इस आइकॉनिक और होलसेल फूल बाजार का दौरा करने का सबसे अच्छा समय सुबह का रहता है और सुबह से हमारा मतलब तड़के तीन बजे के आस-पास से है। हालांकि, अगर आपको फूल खरीदने हैं तो आप सुबह सात बजे से पहले यहां जा सकते हैं क्योंकि इस समय फूल बहुत सही दाम में मिल जाते हैं। सितंबर के महीने में यहां आपको फूलों की कई किस्में देखने को मिल जाएंगी।

श्रीनगर ट्यूलिप गार्डन के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन यहां का नगीना है। Photo by Arif Khan / Unsplash

श्रीनगर का ट्यूलिप गार्डन

श्रीनगर ट्यूलिप गार्डन के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन यहां का नगीना है। उल्लेखनीय है कि यह एशिया का सबसे ट्यूलिप गार्डन है। लगभग 30 हेक्टेयर में फैले इस गार्डन में लाखों की संख्या में ट्यूलिप के पौधे मौजूद हैं। इनमें से अधिकतर पौधे एम्सटर्डम के प्रसिद्ध क्यूकेनहॉफ ट्यूलिप गार्डन से लाए गए हैं।