भारत के मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे। रविवार को उनकी पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 28 साल की उम्र में ही सिद्धू मूसेवाला ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली थी। मूसेवाला के अगले महीने कनाडा और अमेरिका में लाइव कॉन्सर्ट होने वाले थे। भारत में शनिवार 4 जून को गुरुग्राम में भी सिद्धू मूसेवाला का कार्यक्रम होना था। उन्हें गुरुग्राम के एक क्लब में परफॉर्म करना था।

बताया गया है कि अगले महीने की 23 जुलाई को मूसेवाला का वैंकुवर में कार्यक्रम था। इसके अगले दिन 24 जुलाई को उन्हें विनीपेग में परफॉर्म करना था। 30 जुलाई को वह टोरंटो में लाइव कार्यक्रम करने वाले थे। इसके बाद 31 जुलाई को कनाडा के कैलगरी में उनका प्रोग्राम तय था। इसके साथ ही अगस्त महीने में सिद्धू मूसेवाला अमेरिका में होने वाले कई कार्यक्रमों में अपनी जादुई आवाज से लोगों को दीवानगी की चरम पर ले जाने वाले थे। 5 अगस्त को न्यूयॉर्क, 6 अगस्त को शिकागो, 12 अगस्त को फ्रेसनो और 13 अगस्त को बे एरिया में लाइव कॉन्सर्ट का कार्यक्रम तय था। मूसेवाला की ओर से अपने अमेरिका और कनाडा के दौरे का प्रचार भी शुरू किया चुका था।
मूसेवाला ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर ‘हम कनाडा और अमेरिका आ रहे हैं’ स्टेटस के साथ टूर प्रोग्राम पोस्ट किया था। उन्होंने अपने कनाडाई और यूएस लाइव कॉन्सर्ट टूर के लिए एक टीजर भी जारी किया था, जिसमें अपने प्रशंसकों से टिकट खरीदने के लिए कहा था। गायक ने प्रशंसकों के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर डिस्काउंट कूपन डाले थे। लेकिन अब दुखद मौत के साथ उनके सभी शो रद्द कर दिए गए हैं। मूसेवाला की गोली मारकर हत्या करने से कुछ घंटे पहले सुरक्षा मुद्दों के कारण उनके वैंकुवर संगीत कार्यक्रम की टिकट बिक्री में देरी हुई थी।
मूसेवाला की हत्या को लेकर पंजाब के लोगों में आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ बहुत ही आक्रोश है। मूसेवाला की हत्या होने से ठीक एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती की थी। मूसेवाला के परिवार वाले उनकी हत्या के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं। लोगों की नाराजगी को देखते हुए पंजाब के सीएम भगवंत मान शुक्रवार को मानसा के गांव मूसा पहुंचे। गांव में विरोध को देखते हुए वे 2 घंटे देरी से पहुंचे। इससे पहले मूसा गांव पहुंचे आप विधायक गुरप्रीत सिंह बणावाली को लोगों का विरोध झेलना पड़ा। लोगों ने उन्हें बैरंग वापस लौटा दिया था। लोगों में नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि आम आदमी पार्टी के पंजाब में 117 में से 92 विधायक हैं। इसके बावजूद मूसेवाला के अंतिम संस्कार में कोई नहीं पहुंचा था।