Skip to content

भारत का एतराज, मिशनरीज फॉर चैरिटी ने अपनी विदेशी फंडिंग रोकी

संगठन की सुपीरियर जनरल सिस्टर एम प्रेमा के अनुसार "हमें जानकारी मिली है कि हमारे FCRA लाइसेंस के रिन्यू के आवेदन को अनुमति नहीं दी गई है। इस कारण कोई खामी न हो इसके लिए हमने अपने सभी सेंटर्स को किसी भी विदेशी अंशदान (FC) अकाउंट को मुद्दा सुलझने तक इस्तेमाल न करने को कहा है।"

भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कैथोलिक धार्मिक संस्था 'मिशनरीज ऑफ चैरिटी' (MoC) की विदेशी फंडिंग पर रोक लगा दी है। मंत्रालय ने विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए संस्था के आवेदन को पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करने के चलते 25 दिसंबर को खारिज कर दिया था।

हालांकि, गृह मंत्रालय ने कहा है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी के किसी बैंक खाते से लेनदेन को नहीं रोका गया है। मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने इस बात की जानकारी दी है कि बैंक खातों पर रोक लगाने का अनुरोध खुद संस्था की ओर से ही किया गया है।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest