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चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर में तीसरे पार्टनर पर भारत सरकार की खरी-खरी

विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज सुबह एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की परियोजनाओं में किसी तीसरे देश के शामिल होने इसे सीधे तौर पर भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन माना जाएगा।

चीन और पाकिस्तान के बीच बन रहे इकोनॉमिक कॉरीडोर CPEC में तीसरे देश के दखल को भारत सरकार ने खारिज करते हुए इसे भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बताया है। बीते कुछ दिनों से चल रही तीसरे देश के शामिल होने की खबरों के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए यह बात कही है।

विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आज सुबह एक बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की परियोजनाओं में किसी तीसरे देश के शामिल होने की रिपोर्ट को भारत सरकार ने देखा है। ऐसे में किसी भी देश द्वारा ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने पर इसे सीधे तौर पर भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन माना जाएगा।

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