भारत सरकार 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पूर्ण रूप से शुरू कर रही है। लेकिन हर चार में से तीन भारतीय लोग सरकार के इस फैसले के विरोध में है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के सरकार के फैसले को लेकर एक सर्वेक्षण किया गया था जिसमें यह बात सामने आई है। दरअसल आम भारतीयों का मानना है कि कई देश कोरोना महामारी की आंकड़ों में वृद्धि का सामना कर रहे हैं जबकि भारत में अब जाकर तीसरी लहर की रफ्तार धीमी हुई है।
After deliberation with stakeholders &keeping in view the decline in the #COVID19 caseload,we have decided to resume international travel from Mar 27 onwards.Air Bubble arrangements will also stand revoked thereafter.With this step,I’m confident the sector will reach new heights!
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 8, 2022
एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा किए गए इस सर्वेक्षण में भारत देश के 294 जिलों में रहने वाले 12,618 नागरिकों से प्रतिक्रियाएं मिलीं हैं। उत्तरदाताओं में से 44 फीसदी देश के शीर्ष शहरों से थे। यह सर्वेक्षण सरकार द्वारा यह कहने के बाद किया गया था कि भारत से नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 27 मार्च को फिर से शुरू होंगी। भारत में कोरोना के मामले एक दिन में 5,000 से नीचे आने और परीक्षण सकारात्मकता 0.5 फीसदी से कम होने के बाद घोषणा की गई थी।