तेलंगाना के कृषि वैज्ञानिक डॉ. महालिंगम गोविंदराज को फील्ड रिसर्च एंड एप्लीकेशन पर नॉर्मन ई बोरलॉग अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह अवार्ड फोर्टिफाइड मोती बाजरा विकसित करने के लिए प्रदान किया गया है। पूरी दुनिया में बाजरे की यह पहली फोर्टिफाइड वेरायटी है जो जिंक और आयरन से भरपूर है।
Pearl millet is a cost-effective, climate-resilient staple food crop that can greatly impact the nutrition and health of rural communities.#BFA22 recipient Mahalingam Govindaraj has helped support improved nutrition by developing iron- and zinc-rich varieties of the crop! pic.twitter.com/HmcGmI2PrW
— World Food Prize Foundation (@WorldFoodPrize) September 5, 2022
बाजरे की इस किस्म का नाम धनशक्ति है। इसकी खेती की शुरुआत साल 2014 में हुई थी। वर्ल्ड फूड प्राइज फाउंडेशन की ओर से 30 अगस्त को जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत और अफ्रीका में बायोफोर्टिफाइड फसलों और विशेष तौर पर बाजरे को लोकप्रिय बनाने में गोविंदराज का अहम योगदान रहा है।