उत्तरी अमेरिका और भारत के बीच हवाई यात्रा इन दिनों खासी महंगी हो चली है। तेल की बढ़ती कीमतों के साथ ही कमजोर रुपया भी इसकी एक वजह है। इसी क्रम में जर्मन एयर कंपनी लुफ्थांसा ने 1 अगस्त से केवल एक ही कैरी बैग मुफ्त ले जाने की मंजूरी दी है।
अगर हाथ वाला बैग 23 किलो से अधिक हुआ तो ज्यादा पैसे चुकाने होंगे और बैग दो हुए तब भी जेब पर बोझ बढ़ने वाला है। यह शर्त इकॉनमी क्लास पर लागू हो गई है। इससे पहले दो बैग ले जाने की मंजूरी थी। हालांकि जिन यात्रियों ने 31 जुलाई से पहले टिकट खरीद ली है उनके लिए फिलहाल राहत है।