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एच-1 बी वीजा पाने के लिए लॉटरी सिस्टम पर उठे सवाल, मुकदमा दायर

अमेरिकन अप्रवासी वकील एसोसिएशन के निदेशक बेंजामिन जॉनसन ने कहा कि बावजूद इसके कि ओबामा प्रशासन का लोगों से पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांत को अपनाने का वादा था, लेकिन वास्तव में हमारा प्रयास यह देखने का है कि वीजा की लॉटरी वाली पद्धति बिना किसी बाधा के सही तरीके से अंजाम दिया जाए।

अमेरिकी अप्रवासियों से जुड़े दो समूह ने एच-1 बी वीजा के लिए लॉटरी व्यवस्था के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दायर किया है। समूह ने व्यवस्था में पारदर्शिता और खुलेपन की भी मांग की है। दरअसल, अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (USCIS) ने कहा है कि अमेरिका एच-1 बी वीजा आवेदकों के चयन के लिए लॉटरी का आयोजन किया जाएगा। एच-1 बी वीजा पाने वालों की कतार में सबसे अधिक सूचना तकनीक से जुड़े वे पेशेवर शामिल हैं जो भारत से ताल्लुक रखते हैं।

अमेरिकन अप्रवासी परिषद और अमेरिकन अप्रवासी वकील एसोसिएशन ने यूएससीआईएस की तरफ से वीजा के लिए जारी लॉटरी व्यवस्था के खिलाफ यह मुकदमा दायर किया है। दोनों समूहों ने यह आरोप लगाया है कि आव्रजन सेवा की तरफ से वीजा के चयन के लिए किस प्रकार की पद्धति अपनाई जाएगी, इसका विस्तार से जिक्र ही नहीं किया गया है। सब कुछ अस्पष्ट और धुंधला है।

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