संगीत जगत की सर्वश्रेष्ठ शख्सियतों में आने वाली भारत की स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। आठ दशकों तक अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरने वाली इस महान गायिका को भारत समेत पूरी दुनिया के नेताओं और हस्तियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। 92 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लेने वाली लता मंगेशकर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में पिछले करीब एक महीने से भर्ती थीं। उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों के अनुसार उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। रविवार को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार हुआ।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने लता मंगेशकर ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके जाने से उपमहाद्वीपीय क्षेत्र के संगीत जगत में एक खालीपन आ गया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध मुक्ति संग्राम में भूमिका के लिए लता को याद किया। शेख हसीना ने अपने शोक संदेश में कहा कि लता मंगेशकर हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी। उन्होंने कहा, 'मैं बांग्लादेश के मुक्ति युद्ध में भूमिका के लिए लता जी का बहुत सम्मान करती हूं और उनका आभार व्यक्त करती हूं। उनके निधन से उपमहाद्वीप के संगीत क्षेत्र में एक बहुत बड़ा शून्य पैदा हो गया है।'