श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने घोषणा की है कि जाफना से भारत के लिए उड़ानों का संचालन जल्द ही फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने पर्यटन अधिकारियों से कहा है कि भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए योजनाएं तैयार करें। श्रीलंका टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि हमने बाकी बचे साल में आठ लाख पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना बनाई है।
विक्रमसिंघे ने यात्रा की सुविधा के लिए जाफना के पलाली एयरपोर्ट से भारतीय शहरों के लिए उड़ानों को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है। देश के मंत्रिमंडल ने उद्योग जगत के साथ हुई एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी जिसके आधार पर सरकार ने यह निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि इस साल मई में भारत से 5562 यात्री श्रीलंका पहुंचे थे। द्वीपीय देश में इस महीने में किसी एक देश से आए पर्यटकों की यह सबसे अधिक संख्या रही। भारत के बाद ब्रिटेन से लगभग 3723 सैलानी श्रीलंका पहुंचे थे। हालांकि मई के महीने में श्रीलंका आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की कुल संख्या में अप्रैल की तुलना में करीब 52 और मार्च की तुलना में 72 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।
अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में इतनी बड़ी कमी आने का कारण देश की वर्तमान आर्थिक और राजनीतिक स्थिति है। बता दें कि श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और यहां महंगाई चरम पर है। इसके अलावा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के विरोध में विरोध-प्रदर्शनों का दौर भी यहां जारी है। अब नए प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे देश को इस संकट से निकालने की कोशिश में हैं।