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एयरोस्पेस इंजीनियर डॉ. स्वाति मानती हैं कि कामयाबी के लिए मजबूत सपोर्ट सिस्टम जरूरी

डॉ. स्वाति ने बताया कि वह जब भी इंडिया आती हैं, तो यहां के रेस्तरां में भोजन जरूर करती हैं। वह कर्नाटक के स्ट्रीट फूड को काफी मिस करती हैं। उन्हें स्ट्रीट फूड खासकर स्ट्रीट वेंडरों द्वारा भुनी हुई मकई बहुत याद आती है।

डॉ. स्वाति मोहन (फोटो क्रेडिट- विकीपीडिया)

भारतीय-अमेरिकी एयरोस्पेस इंजीनियर डॉ. स्वाति मोहन (Swati Mohan) ने इसलिए नाम कमाया है, क्योंकि उन्होंने नासा के मंगल ग्रह मिशन पर रोवर मिशन कमेंटेटर, मार्गदर्शन, नेविगेशन और नियंत्रण संचालन को लीड किया है। उनका कहना है कि कामयाब होने के लिए यह जरूरी है कि आपको एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम मिले। इसके बिना सीखने और विकल्पों को चुनने का अवसर संभव नहीं होता।

भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने यूएस-भारत संबंधों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में 'डायस्पोरा डिप्लोमेसी सीरीज़' इवेंट का आयोजन किया। इसमें डॉ. स्वाति मोहन ने स्पीकर के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कर्नाटक से लेकर नासा तक पहुंचने के सफर से सबको अवगत कराया।

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