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करीब 500 साल पुराना है राम मंदिर का विवाद, बाबर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक...

वर्ष 1528 में मुगल बादशाह बाबर के निर्देश पर उसके सिपहसालार मीर बाकी ने 'विवादित जगह' पर एक मस्जिद का निर्माण करा दिया। तभी से अयोध्या का विवाद शुरू हो गया था।

दुनियाभर के करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण इस वक्त तेजी से चल रहा है। लेकिन आपको बता दें कि निर्माण से पहले करीब 500 वर्षों तक मंदिर को लेकर गंभीर विवाद रहे और मुगलकाल में कथित रूप से मंदिर तोड़ने से लेकर अंत में विवादित ढांचे को गिराने तक मंदिर का निर्माण का मसला उलझा ही रहा। मंदिर निर्माण को लेकर भारत में लड़ाइयां, लड़ी गईं, दंगे हुए, सरकारों को जाना पड़ा। लेकिन अंत में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर बनाने का निर्णय सुनाया, जिसे बाद अब मंदिर का निर्माण निर्बाध रूप से चल रहा है। उम्मीद है कि दिसंबर 2023 तक राम मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।

राम मंदिर, उससे जुड़ी बाबरी मस्जिद का विवाद करीब 500 साल पुराना है। इसकी शुरुआत वर्ष 1528 से हुई, जब मुगल बादशाह बाबर ने मंदिर वाली जगह पर मस्जिद का निर्माण करा दिया। इसके बाद सैकड़ों सालों तक इसे लेकर विवाद चला, जो दो साल पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खत्म हो गया। आज आपको राम मंदिर के 492 साल पुराने इतिहास की प्रमुख घटनाओं के बारे में बता रहे हैं। बहुत कम लोग राम मंदिर के इस पूरे इतिहास के बारे में जानते हैं।

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