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कोविड प्रभावित भारतीय महिलाओं की मदद को आगे आए दो बड़े संगठन

वूमेन इन क्लाउड की सह संस्थापर और इंडियास्पोरा की सदस्य चैत्रा वेदुल्लापल्ली के अनुसार वर्ष 2020 में हर 10 महिलाओं में चार की नौकरी चली गई, जबकि पिछले साल मार्च और अप्रैल में पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान 1.7 करोड़ महिलाओं की आजीविका का साधन छिन गया।

महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लक्ष्य के साथ काम करने वाले संगठन 'वूमेन इन क्लाउड' और सामाजिक परिवर्तन लाने को तत्पर भारतीय प्रवासियों के समुदाय 'इंडियास्पोरा' ने भारत में कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित महिलाओं का सहयोग करने के लिए एक सामुदायिक फंडरेजिंग अभियान शुरू करने का फैसला लिया है।

वूमेन इन क्लाउड और इंडियास्पोरा ने भारत में आर्थिक रूप से कमजोर और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित महिलाओं की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। दोनों संगठनों ने एक सामुदायिक फंडरेजिंग अभियान चलाने का एलान किया है। इससे जुटाई जाने वाली राशि से उन भारतीय महिलाओं को नकद सहायता मुहैया कराई जाएगी जिन्होंने कोरोना वायरस महामारी के चलते अपने परिवार के मुख्य कमाने वाले सदस्य को खो दिया है।

इस अभियान के जरिए जुटाई जाने वाली राशि आर्थिक रूप से कमजोर उन महिलाओं और परिवारों के लिए होगी जो कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित हुए हैं और गरीबी के चक्र में फंस गए हैं। वूमेन इन क्लाउड इस अभियान का समन्वय अपनी #empowHERfamily पहल के तहत कर रहा है। इसका लक्ष्य महामारी से प्रभावित भारतीय महिलाओं को रणनीतिक वकालत, डिजिटल कौशल के अवसर और नकद मदद के जरिए उन्हें आर्थिक राहत मुहैया करवाना है।

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