भारतीय विदेश मंत्रालय प्रवासी भारतीयों को मातृभूमि से जोड़े रखने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चला रहा है, उनमें एक कार्यक्रम युवाओं को भारत में अपनी जड़ों से जोड़ना औऱ समकालीन भारत के बारे में उनका ज्ञान बढ़ाना शामिल है। हालांकि इस कार्यक्रम में गिरमिटिया देशों के भारतवंशी युवाओं को वरीयता दी जाती है। अब तक विदेश मंत्रालय ने इसके 59 संस्करण का सफलतापूर्वक संचालन किया है, जिसमें 2301 भारतवंशी युवाओं को भारत आने और वहां की संस्कृति से जुड़ने का मौका मिला है।

भारत की रोचक यात्रा से ऐसे जुड़ते हैं युवा
मंत्रालय 18 से 30 वर्ष के भारतवंशी युवाओं के लिए 25 दिन का ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित करता है और इस कार्यक्रम में 2 राज्यों का दौरा भी शामिल किया जाता है। एक साल में 6 बार कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। हर एक कार्यक्रम के लिए 40 भारतवंशियों का चुनाव होता है और उनकी भारत में शानदार मेजबानी की जाती है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय यात्रा का 90 प्रतिशत किराया भारत सरकार देती है।