कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने गांधी की एक और प्रतिमा तोड़ी
कनाडा में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की एक और प्रतिमा को निशाना बनाया गया है। पांच दिनों के अंदर महात्मा गांधी की यह दूसरी प्रतिमा है, जिसे क्षतिग्रस्त किया गया है। इन दोनों ही घटनाओं के पीछे खालिस्तान समर्थकों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।
We strongly condemn heinous crime of vandalizing the statute of harbinger of peace Mahatma Gandhiji, @SFU Burnaby campus. The Canadian authorities are urged to investigate the matter urgently and bring the perpetrators to justice swiftly.@MEAIndia @GAC_Corporate @MayorofBurnaby
— India in Vancouver (@cgivancouver) March 28, 2023
वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि महात्मा गांधी की यह प्रतिमा ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक यूनिवर्सिटी कैंपस में लगी थी। साइमन फ्रेजर यूनिवर्सिटी के बर्नबे कैंपस में स्थित इस प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इससे कुछ दिन पहले ओंटारियो में भी महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया था।
वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूत ने घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों की पहचान करके कड़ी सजा देने की मांग की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस पर बयान जारी करते हुए कहा कि कनाडाई अथॉरिटीज से अनुरोध है कि वह मामले की जांच करके जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
कनाडा में महात्मा गांधी की प्रतिमा और हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही हैं। इससे पहले, 23 मार्च को ओंटारियो के हेमिल्टन शहर में सिटी हॉल लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था। इस घटना को अंजाम देने का आरोप खालिस्तान समर्थकों पर आरोप लगा था।
बीते साल जुलाई में रिचमंड हिल स्थित विष्णु मंदिर में भी महात्मा गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था। बीती 13 फरवरी को मिसिसोगा में खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिख दिए थे। भारत सरकार इन घटनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर करती रही है।