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बैसाखी को लेकर ऑस्ट्रेलिया के कट्टरपंथियों ने दी धमकी, तो विरोध में आया सिख समाज

ऑस्ट्रेलिया स्थित गुरु नानक सिख सोसाइटी के अध्यक्ष महावीर सिंह ग्रेवाल का कहना है कि भारत में बैसाखी उत्सव में हर कोई नृत्य करता है, तो फिर ऑस्ट्रेलिया में क्या समस्या है। एक अन्य सिख संस्था के सदस्य अमरीक सिंह का कहना है कि पंजाब में हिंदू, सिख, ईसाई और मुसलमानों के लिए बैसाखी मेला आम है।

ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय मूल के एक हिंदू-सिख पति-पत्नी की जिंदगी कट्टरपंथियों ने नरक बना दी है। हरमीत कौर और उनके पति राजेश ठाकुर को प्रसिद्ध बैसाखी मेला के आयोजन को लेकर लगातार शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने, उनके कारोबार को बर्बाद करने और समुदाय से बहिष्कार करने की धमकी दी जा रही है।

उनके बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। दोनों ‘पंजाबी ऑस्ट्रेलियाई संघ' नामक एक संगठन चलाते हैं। दोनों पिछले कई वर्षों से दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की राजधानी एडिलेड में बैसाखी मेले का आयोजन कर रहे हैं। लेकिन इस बार वे कथित चरमपंथी समूहों के निशाने पर हैं।

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