राष्ट्रपति चुनाव: बाइडेन को लेकर जयपाल को इसलिए सता रहा है डर
अमेरिकी सदन में काम करने वालीं पहली भारतीय-अमेरिकी महिला प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल को डर है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति बाइडेन के लिए 'बड़ी मुसीबत' है। क्योंकि नए सर्वेक्षण में उन्हें कई राज्यों में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पीछे दिखाया गया है।
Progressive Caucus Chair Rep. Pramila Jayapal:
— Charlie Kirk (@charliekirk11) November 5, 2023
"This is the first time, Jen, that I have felt like the 2024 election is in great trouble for the president and for our Democrat control"
Beware. When they get worried they get desperate. pic.twitter.com/YDSlBTfT2t
बाइडेन के समर्थन में बार-बार आवाज उठाने वाली डेमोक्रेट जयपाल ने रविवार को न्यूज चैनल में कहा कि यह पहली बार है कि मुझे लगा है कि 2024 का चुनाव राष्ट्रपति और हमारे डेमोक्रेटिक नेतृत्व के लिए बड़ी परेशानी की बात है। ऐसे में इसका समाधाना ढूंढने की आवश्यकता है।
जयपाल 2017 से सदन में वाशिंगटन के 7 वें कांग्रेस जिले का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के मद्देनजर डेमोक्रेटिक नियंत्रण बनाए रखना महत्वपूर्ण है। गाजा में हमास शासित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में चल रही हिंसा में 9,700 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है।
जयपाल ने व्हाइट हाउस की पूर्व प्रेस सचिव से कहा कि युवा, मुस्लिम अमेरिकी, अरब अमेरिकी इस संघर्ष को नैतिक संघर्ष और नैतिक संकट के रूप में देखते हैं। अगर हम इसे संबोधित नहीं करते हैं, तो उन्हें आसानी से बातचीत की मेज पर वापस नहीं ला पाएंगे।
जयपाल की टिप्पणी से कुछ घंटे पहले प्रकाशित न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज के सर्वेक्षण में दिखाया गया था कि बाइडन एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा और पेंसिल्वेनिया सहित छह राज्यों में से पांच में पंजीकृत मतदाताओं के बीच 3 से 10 अंकों के अंतर से ट्रंप से पीछे चल रहे हैं।
सर्वेक्षण के अनुसार, बाइडन विस्कॉन्सिन में ट्रंप से 2 अंक से आगे हैं। इन नतीजों से बाइडन के प्रचार अभियान को बड़ा झटका लगा है क्योंकि 2020 में ट्रंप के खिलाफ सभी छह राज्यों में मौजूदा राष्ट्रपति ने जीत हासिल की थी। रविवार को सर्वेक्षण प्रकाशित होने के तुरंत बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के एक प्रमुख सहयोगी डेविड एक्सलरोड ने बाइडन को 2024 के राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण डेमोक्रेटिक पार्टी के माध्यम से 'संदेह के झटके भेजने' वाला है।
पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के वरिष्ठ सलाहकार रहे एक्सलरोड ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि केवल बाइडन ही यह फैसला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह चुनाव लड़ना जारी रखते हैं तो वह डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार होंगे। उसे यह तय करने की आवश्यकता है कि क्या वह बुद्धिमान है; क्या यह उनके सर्वश्रेष्ठ हित में है या देश के हित में?
बाइडन के प्रचार अभियान के प्रवक्ता केविन मुनोज ने चुनाव को लेकर जताई जा रही चिंताओं को खारिज कर दिया। मुनोज ने कहा कि हम 2024 में अपना सिर झुकाकर और काम करके जीतेंगे, न कि चुनाव के बारे में चिंता करके।
80 साल की उम्र में बाइडन इतिहास में सबसे उम्रदराज अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। यदि वह 2024 में फिर से चुने जाते हैं, तो वह अपने दूसरे कार्यकाल के अंत में 86 वर्ष के हो जाएंगे। सर्वेक्षणकर्ताओं ने पाया कि 71% रजिस्टर्ड मतदाताओं ने कहा कि वे कुछ हद तक सहमत हैं कि बाइडन एक प्रभावी राष्ट्रपति बनने के लिए बहुत बूढ़े हैं, जबकि केवल 39% ने ट्रंप के बारे में ऐसा कहा, जो 77 वर्ष के हैं।
कई डेमोक्रेट्स ने सुझाव दिया है कि बाइडन की उम्र उन्हें अगले साल फिर से चुनाव लड़ने के लिए बहुत बूढ़ा बनाती है। बाइडन ने तर्क दिया है कि मतदाता उनकी उम्र पर चर्चा करने के लिए निष्पक्ष हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा है कि उन्हें काम करने की उनकी क्षमता के आधार पर उनका आकलन करना चाहिए।