जापान कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से अब जाकर पहली बार जून में विदेशी पर्यटकों के लिए अपनी सीमाएं खोलने जा रहा है। हालांकि शर्त यह है कि यात्रा वही लोग कर पाएंगे जो पैकेज टूर के साथ देश में प्रवेश करेंगे। यह जानकारी खुद जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने साझा की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 जून से जापान निश्चित कार्यक्रम और गाइडलाइन के साथ पर्यटन पर लोगों के प्रवेश की अनुमति देगा। महामारी के प्रभाव से बचे हुए देशों से आने वाले पर्यटकों को प्रवेश के बाद कोरोना टेस्ट और क्वारंटाइन से छूट मिलेगी। हालांकि उन्हें टीके की दो डोज के अलावा एक बूस्टर डोज भी लगी होनी चाहिए।
प्रयोग के तौर पर जापान ने इस हफ्ते चार देशों ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, थाईलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका से छोटे पैकेज टूर दिए थे। इस विशेष वीजा को सिर्फ 50 पर्यटकों को दिया गया था और इसकी अवधि कल समाप्त भी हो जाएगी। किशिदा ने टोक्यो के एक होटल में अपने भाषण में कहा कि लोगों का स्वतंत्र और सक्रिय आदान-प्रदान अर्थव्यवस्था और समाज के साथ-साथ एशिया के विकास की नींव है। जापान संक्रमण की स्थिति को देखते हुए धीरे-धीरे और अधिक पर्यटकों को आगमन की अनमुति देगा ताकि हम महामारी से पहले यानी प्रीकोविड स्तर तक पहुंच पाएं।
दरअसल आलोचनाओं का सामना करने के बाद जापान ने इस साल की शुरुआत में अपने प्रतिबंधों को कम करना शुरू कर दिया था। वर्तमान में जापानी नागरिकों, विदेशी छात्रों और कुछ व्यावसायिक यात्रियों सहित एक दिन में 10,000 लोगों तक प्रवेश की अनुमति जापान प्रशासन ने दी हुई है। अब 1 जून से यह संख्या 20,000 कर दी जाएगी। इसमें पैकेज टूर प्रतिभागी भी शामिल होंगे।
जापान में महामारी उपायों के प्रभारी कैबिनेट अधिकारी मकोतो शिमोआरिसो ने कहा कि व्यक्तिगत पर्यटन के लिए विदेशी पर्यटकों के जापान आने में कुछ समय लगेगा। जापान ने इस सप्ताह भी मास्क पहनने के अनुरोधों में ढील दी है जबकि सार्वजनिक परिवहन, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं पर अभी भी मास्क का अनुरोध किया जाता है। लोग मास्क को निकाल सकते हैं जब अन्य आसपास न हों या वे आपस में बात नहीं कर रहे हों। ढील के बावजूद अब तक अधिकांश जापानी सार्वजनिक रूप से मास्क पहने हुए दिखाई दे रहे हैं।