Skip to content

ओमिक्रॉन संकट के बीच IMF ने उभरती अर्थव्यवस्थाओं को दी चेतावनी

पिछले वैरिएंट के मुकाबले अधिक संक्रामक होने के बावजूद ओमिक्रॉन को अधिक घातक नहीं माना जा रहा है। फिर भी इसने देशों को अपनी आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य मानकों पर फिर से काम करने के लिए मजबूर किया है।

Photo by Kyle Glenn / Unsplash

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से उभरती अर्थव्यवस्थाओं को संभावित चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए। उसने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज की दरें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है, जिससे नए वैरिएंट के चलते वैश्विक आर्थिक वृद्धि की रफ्तार एक बार फिर धीमी पड़ सकती है। बता दें कि ओमिक्रॉन को पहले से कहीं अधिक संक्रामक वैरिएंट माना जा रहा है और अमेरिका तथा ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों में इससे संक्रमण के रिकॉर्ड दैनिक मामले सामने आ रहे हैं।

आईएमएफ का कहना है कि अभी के लिए महामारी के कहर से वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार इस साल और अगले साल तक जारी रहने की उम्मीद है। आईएमएफ के अर्थशास्त्री स्टीफेन डैनिंगर, केनेथ कांग और हेलीन पॉइरसन ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते विकास के लिए जोखिम बढ़ गए हैं। बता दें कि आईएमएफ 25 जनवरी को अपना अपडेटेड आर्थिक पूर्वानुमान जारी करने वाला है। कोरोना का नया और बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट इस समय 'जंगल में आग' की तरह फैल रहा है।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest