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फर्जीवाड़े में फंसा भारतीय मूल का दयाकर मल्लू, हो सकती है 25 साल की कैद

मल्लू ने भारत में नकद लेनदेन के माध्यम से अपने सह-साजिशकर्ता के साथ मुनाफा कमाया, जबकि इससे कंपनी को मुनाफे में 8 मिलियन डॉलर यानी 60 करोड़ रुपये की कमी हुई।

Photo by Umanoide / Unsplash

अमेरिका की एक अदालत में भारतीय मूल के पूर्व आईटी कर्मचारी को कंपनी में अंदरूनी गड़बड़ी करने और फर्जी टैक्स रिटर्न तैयार करने के मामले में दोषी करार दिया गया है। आरोपी 51 साल के दयाकर मल्लू को इस मामले में 24 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी।

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Photo by Marga Santoso / Unsplash

बताया जा रहा है कि मल्लू को साजिश रचने में अधिकतम 25 साल की कैद और टैक्स फर्जीवाड़े में तीन साल की सजा हो सकती है। फ्लोरिडा के ऑरलैंडो में रहने वाला मल्लू 2017 से लेकर 2019 तक मायलन के आईटी ग्लोबल ऑपरेशंस का उपाध्यक्ष था। उस वक्त मल्लू ने अन्य साजिर्शकर्ता के साथ मिलकर कंपनी की घोषणाओं और अन्य गोपनीय जानकारी पहले से ही हासिल की और कंपनी की प्रतिभूतियों में ट्रेड किया।

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