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भारत के 'गोदामों' से मुनाफे की फसल काटना चाहते हैं NRI, क्यों और कैसे

लैंडमार्क कैपिटल के संस्थापक आशीष जोशी का कहना है कि सुरक्षित रेंटल इनकम और किराएदारी में लाभ मिलने की वजह से एनआरआई निवेशकों में इस क्षेत्र में निवेश को लेकर भारी उत्साह नजर आ रहा है। यह उछाल ही माल भंडारण और संग्रहण में निवेश को लेकर एनआरआई को बहुत ही आकर्षित कर रहा है।

Photo by Adeolu Eletu / Unsplash

भारत का बढ़ता बाजार, ई-कॉमर्स के कारोबार में बढ़ोतरी ने दुनिया भर के निवेशकों को भारत की तरफ आकर्षित किया है। भारत का मालगोदाम (वेयरहाउस) के क्षेत्र में एनआरआई और ऊंची पूंजी वाले लोगों का निवेश बढ़ सकता है। ये इन क्षेत्रों में निवेश करके अपनी पूंजी में विस्तार करना चाहते हैं। बता दें कि एनआरआई और विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के पूंजीपति इससे पहले आवासीय और ऑफिस सेक्टर में निवेश को प्राथमिकता देते रहे हैं।

दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में आपूर्ति श्रृंखला में तेजी से विकास हुआ है और विशेष रूप से ई-कॉमर्स क्षेत्र ने तरक्की की है। आज के समय में खानपान और किराना की वस्तुएं 10 मिनट के अंदर उपभोक्ता तक पहुंच रही हैं और उनकी अपेक्षाएं भी बढ़ गई हैं। यही वजह है कि निवेशक इसमें भारी मुनाफा देख रहे हैं।

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