भारत ने अफगानिस्तान को 1.6 मीट्रिक टन जीवनरक्षक दवाओं की पहली खेप भेजी है। तालिबान ने इसके लिए भारत की तारीफ की। तालिबान की ओर से भारत का शुक्रिया अदा करते हुए कहा गया कि भारत-अफगानिस्तान के बीच रिश्ते अहम हैं। भारत ने मुश्किल घड़ी में अफगानिस्तान की मदद की है। इससे कई परिवारों को मदद मिलेगी।
बता दें कि अफगानिस्तान में कई बच्चे भूखमरी के शिकार होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। इससे पहले मानवीय पहल करते हुए भारत ने बाघा सीमा के जरिए ट्रकों द्वारा 50,000 मैट्रिक टन गेहूं अफगानिस्तान पहुंचाने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन भारत के प्रस्ताव पर पाकिस्तान लगातार बाधाएं खड़ी कर रहा है। वहीं, भारत लगातार अफगानी नागरिकों और मासूम बच्चों की जरूरतों को देखते हुए उदार रवैया अपनाए हुए है। इसी कड़ी में भारत ने शनिवार को पहली बार जीवन रक्षक दवाओं की 1.6 टन खेप काबुल से दिल्ली आई उसी चार्टर्ड फ्लाइट में भेजी, जिसमें 10 भारतीयों व 94 अफगानिस्तानी अल्पसंख्यक भारत आए थे।