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भारत ने बनाया जानवरों के लिए पहला कोरोना टीका, किनको मिलेगा इसका लाभ

इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) ने एक बयान में कहा कि एनोकोवैक्स से मिलने वाली इम्युनिटी कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों वैरिएंट से सुरक्षा उपलब्ध कराती है। एक किट भी लॉन्च की गई है जो कुत्तों की एंटीबॉडी पता कर सकेगी।

Photo by Chewy / Unsplash

भारत के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हाल ही में जानवरों के लिए पहले कोरोना वायरस टीके का उद्घाटन किया था। स्वदेश में विकसित इस टीके का नाम एनोकोवैक्स (Anocovax) है। इसे हरियाणा के एग्रीरिसर्च इंस्टीट्यूट आईसीएआर-नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विनेस (NRC) ने तैयार किया है।

The doctor's hand in a white medical glove holds a syringe with a yellow medicine on a blue background. The medicine. Place for an inscription. Vaccine. Covid 19. Coronavirus.
यह टीका कुत्तों, शेरों, तेंदुओं, चूहों और खरगोशों के लिए सुरक्षित है। Photo by Diana Polekhina / Unsplash

इसके साथ ही तोमर ने 'CAN-Cov-2 ELISA kit' भी लॉन्च की। यह एक संवेदनशील और स्पेसिफिक न्यूक्लियोकैप्सिड प्रोटीन बेल्ड इनडायरेक्ट किट है। इसका इस्तेमाल कुत्तों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए किया जाता है।

एनोकोवैक्स जानवरों के लिए एक इनएक्टिवेटेड SARS-Cov-2 Delta Covid-19 टीका है। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) ने एक बयान में कहा कि एनोकोवैक्स से मिलने वाली इम्युनिटी कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन दोनों वैरिएंट से सुरक्षा उपलब्ध कराती है।

ICAR के अनुसार यह टीका कुत्तों, शेरों, तेंदुओं, चूहों और खरगोशों के लिए सुरक्षित है। तोमर ने इस टीके को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग को भारत ने प्रभावी रूप से लड़ा है और सफलता पाई है। हमने इस लड़ाई में पूरी दुनिया की मदद की है।

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