अमेरिकी स्टूडेंट वीजा पाने में चीन से आगे निकले भारतीय छात्र

अमेरिका में कुल अंतरराष्ट्रीय छात्रों के स्रोत के रूप में चीन अभी भी पहले स्थान पर है लेकिन इस साल के शुरुआती सात महीनों में स्टूडेंट वीजा पाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या चीनी छात्रों के मुकाबले लगभग दोगुनी रही है। यह जानकारी अमेरिकी सरकार की ओर से इस साल जुलाई तक जारी किए गैर आप्रवासी वीजा के विश्लेषण में सामने आई है।

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी और इसकी वजह से लगे प्रतिबंधों की वजह से अमेरिका जाने वाले चीनी छात्रों की संख्या में गिरावट आई है। Photo by Jeffrey Hamilton / Unsplash

जानकारी के अनुसार जनवरी 2022 से जुलाई 2022 के बीच 77,799 भारतीय छात्रों को एफ-1 वीजा जारी किया गया है। वहीं यह वीजा प्राप्त करने वाले चीनी छात्रों की संख्या इसी अवधि में 46,145 रही है। बता दें कि अधिकतर अमेरिकी स्टूडेंट वीजा आम तौर पर मई, जून और जुलाई में जारी किए जाते हैं। बता दें कि एफ-1 क्लास एक गैर आप्रवासी वीजा है जो उन लोगों के लिए है जो अमेरिका के किसी कॉलेज या स्कूल, हाईस्कूल, पर्सनल एलीमेंट्री फैकल्टी, लैंग्वेज कोचिंग प्रोग्राम या विभिन्न शिक्षण संस्थानों में रिसर्च करना चाहते हैं।