अमेरिका में अवैध 'घुसपैठ' करते 6 की मौत, भारतीय परिवार ने भी गंवाई जान
कनाडा और अमेरिका की सीमा से लगे एक इलाके में एक भारतीय परिवार सहित छह अज्ञात लोगों के शव मिले हैं। कनाडा के तट रक्षक ने सर्च ऑपरेशन के दौरान क्यूबेक के सेंट लॉरेंस नदी के पास एक दलदली इलाके में गुरुवार दोपहर पलटी हुई नाव के पास से इन शवों को बरामद किया। पुलिस के मुताबिक, ये परिवार नाव के जरिए सेंट लॉरेंस नदी पार करने की कोशिश कर रहा था।आशंका है कि कनाडा के जरिए अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने के प्रयास के दौरान इनकी मौत हुई है।
Indians found dead near the US-Canada border, says Akwesasne Mohawk Police Service pic.twitter.com/UnqoLPCZi1
— Sidhant Sibal (@sidhant) March 31, 2023
अकवेस्ने मोहॉक पुलिस सेवा के डिप्टी चीफ ली-एन ओ'ब्रायन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया, जिन 6 लोगों के शव मिले हैं, उन्हें दो परिवारों से माना जा रहा है। जिसमें एक रोमानियाई मूल के हैं और दूसरे भारत के नागरिक हैं। अब तक रोमानियाई परिवार का एक बच्चा नहीं मिला है, उसकी तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात को इलाके में मौसम खराब था। जिस नाव में दोनों परिवार सवार थे वो काफी छोटी थी। ऐसे में मुमकिन है कि तेज बारिश और हवा की वजह से नाव पलट गई हो।
ओ'ब्रायन ने कहा कि जांच में सहायता के लिए प्रांतीय पुलिस बल और ओंटारियो प्रांतीय पुलिस हवाई सहायता इकाइयों से सहायता ली जा रही है। पुलिस मरने वालों की पहचान करने और कनाडा में उनकी स्थिति का पता लगाने का प्रयास कर रही है। उधर, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अभी हमें इस बात की सही जानकारी नहीं है कि वहां क्या और कैसे हुआ। हम मामले की जांच कर रहे हैं। इसके बाद ये सुनिश्चित किया जाएगा कि दोबारा ऐसा न हो।
गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल में इसी इलाके में सेंट रेजिस नदी से छह भारतीय नागरिकों को पकड़ा गया था। इनकी आयु 19 से 21 साल के बीच थी, और पुलिस की तरफ से उन पर अवैध तरीके से प्रवेश का आरोप लगाया गया था। वे सभी गुजरात के मूल निवासी थे। पिछले साल कनाडा के मनीटोबा से अमेरिका जाने की कोशिश कर रहे एक भारतीय परिवार की ठंड के चलते मौत हो गई थी। ये लोग गुजरात के रहने वाले थे।
पुलिस के मुताबिक, अवैध तरीके से सेंट लॉरेंस नदी पार करने की कोशिश कर रहे लोगों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 3 महीने में करीब 80 लोग इस रास्ते अमेरिका में घुसने की कोशिश कर चुके हैं। इनमें ज्यादातर लोग रोमानियन और भारतीय थे।