मैराथन में साड़ी पहनकर मधुस्मिता ने दौड़ लगाई! सोशल मीडिया पर छाई

ब्रिटेन में रहने वाली एक भारतीय महिला ने पारंपरिक संबलपुरी साड़ी पहनकर मैनचेस्टर में 42.5 किलोमीटर की मैराथन दौड़ लगाई तो वह सोशल मीडिया पर छा गई। लोग उन्हे बधाइयां दे रहे हैं तो कई लोगों ने महिला के इस 'कारनामे' को परिवर्तनशील दौर की दस्तक बताया है।

महिला का नाम मधुस्मिता जेना दास है जो मैनचेस्टर के एक हाई स्कूल में शिक्षिका हैं। उन्होंने रविवार को अपनी लाल रंग की चटख साड़ी पहनकर 4 घंटे 50 मिनट में 42 किमी से अधिक की दूरी तय की। सोशल मीडिया पर न केवल उनकी तस्वीरें वायरल हैं बल्कि लोग उन्हे बधाई देते नहीं थक रहे हैं। बधाई देने वालों में भारतीय मूल के लोगों के अलावा देश-दुनिया के अन्य लोग भी शामिल हैं।

सोशल मीडिया यूजर प्रीतोश कुमार ने लिखा- बहुत खूब। उम्मीद है कि हम लोगों को पट्टा साड़ी पहनकर यूएस ओपन खेलते हुए और टसर सिल्क साड़ी पहनकर किसी दिन ट्रायथलॉन में प्रतिस्पर्धा करते हुए देख सकते हैं। एक यूजर ने लिखा- ब्रिटेन के मैनचेस्टर में रहने वाली एक उड़िया ने संबलपुरी साड़ी पहनकर दूसरी सबसे बड़ी मैनचेस्टर मैराथन 2023 में भाग लिया! क्या बात है। हौसले की तारीफ। सतनाम सिंह संधू नाम के एक यूजर ने लिखा- ट्रैकसूट अब बीते जमाने की बात है। रनिंग का नया परिधान है साड़ी! मधुस्मिता जेना दास ने पारंपरिक संबलपुरी लाल साड़ी और आधुनिक नारंगी स्निकर्स का एक शानदार कॉम्बो पहनकर दूसरी सबसे बड़ी मैनचेस्टर मैराथन दौड़कर इसे साबित कर दिया। जब आप साड़ी में हो सकती हैं तो एथलेजर की जरूरत किसे है…

बेशक, साड़ी पहनकर दौड़ना मुश्किल है लेकिन मधुस्मिता ने उन सभी लोगों को गलत साबित किया है जो सोचते होंगे कि महिलाएं साड़ी पहनकर दौड़ नहीं सकतीं। उड़ीसा के केंद्रपाड़ा जिले के कुसुनपुर गांव की रहने वाली मधुस्मिता इंग्लैंड में भी साड़ी पहनती हैं। खासकर गर्मियों में।

यह पहली मैराथन नहीं थी, जिसे उन्होंने पूरा किया। इससे पहले, उन्होंने दुनिया भर में कई मैराथन और अल्ट्रा-मैराथन में भाग लिया था। पिछले साल उन्हें ओडिशा सोसाइटी ऑफ यूके सम्मेलन में खेल उत्कृष्टता के लिए भी सम्मानित किया गया था। लेकिन यह पहला मौका था जब उन्होंने साड़ी पहनकर किसी मैराथन में हिस्सा लिया। मधुस्मिता के पति मिस्र में काम करते हैं। उनके दो बेटे हैं।