अमेरिका के एरिजोना में रहने वाली दिव्या नाथ को कोरोना वायरस महामारी के दौरान एक वॉलंटियर के तौर पर काम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। दिव्या को अपने सराहनीय और उदाहरण योग्य कार्यों के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से एक प्रमाणपत्र के साथ एक अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
दिव्या के माता-पिता भारत के असम से हैं जो भारत के प्रवासी नागरिक (ओसीआई) हैं। दिव्या ने महामारी के दौरान लोगों की मदद के लिए मास्क बनाने, पार्कों की सफाई करने समेत कई अन्य कार्यों के लिए 100 घंटे से अधिक काम किया था। इसके लिए उसे प्रतिष्ठित गोल्ड प्रेसिडेंशियल सर्विस अवार्ड दिया गया है।