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भारत के आध्या​त्मिक गुरू अमेरिका से विश्व को सिखाएंगे 'शांति का पाठ'

विश्व परिदृश्य में अहिंसा विश्व भारती फाउंडेशन, JAINA (जैन एसोसिएशन ऑफ नार्दन अमेरिका) और जैन सेंटर ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया द्वारा आयोजित इस वैश्विक संवाद का गहरा महत्व है। आचार्य लोकेश मुनि का कहना है कि यह उचित समय है कि हम सभी दुनिया में शांति लाने के लिए मिलकर काम करें।

भारतीय सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों की सदियों पुरानी परंपरा के जरिए दुनिया में चल रहे संघर्षों को हल करने के उद्देश्य से अमेरिका के लॉए एंजिल्स में एक वैश्विक शांति वार्ता आयोजित किया जा रहा है, जिसमें भारत के प्रख्यात आध्यात्मिक नेता इकट्ठे हा रहे हैं।

नई दिल्ली के अहिंसा विश्व भारती फाउंडेशन द्वारा यह कार्यक्रम 4 जून को लॉस एंजिल्स में जैन सेंटर ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया में आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम दिन भर के लिए होगा जिसमें वैश्विक शांति वार्ता में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, प्रख्यात जैन नेता आचार्य लोकेश मुनि और फिल्म अभिनेता विवेक ओबेरॉय अन्य लोगों के बीच शामिल होंगे।

जैन नेता आचार्य लोकेश मुनि ने लॉस एंजिल्स में आने को लेकर कहा कि यह उचित समय है कि हम सभी दुनिया में शांति लाने के लिए मिलकर काम करें। 

आचार्य लोकेश मुनि ने लॉस एंजिल्स में आने को लेकर कहा कि यह उचित समय है कि हम सभी दुनिया में शांति लाने के लिए मिलकर काम करें। दुनिया में हर युद्ध और संघर्ष संवाद के साथ समाप्त होता है। अगर ऐसा है तो हमें दुनिया में किसी भी संघर्ष या संघर्ष जैसी स्थिति को रोकने के लिए शुरू से ही शांति वार्ता करने की जरूरत है।

संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में एक महीने के लिए शांति और सद्भाव यात्रा करने वाले जैन आध्यात्मिक नेता मुनि ने आशा की है कि बातचीत के परिणामस्वरूप कुछ विचार समाज में जाएंगे जो दुनिया में शांति लाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध और टेक्सास में हाल ही में स्कूल की शूटिंग जैसी स्थितियां निराशाजनक हैं और उन्हें रोकने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है।

सम्मेलन का संचालन करने वाले एक्टर विवेक ओबेरॉय ने कहा कि वर्तमान विश्व परिदृश्य में अहिंसा विश्व भारती फाउंडेशन, JAINA (जैन एसोसिएशन ऑफ नार्दन अमेरिका) और जैन सेंटर ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया द्वारा आयोजित इस वैश्विक संवाद का गहरा महत्व है।

मुनि ने तर्क दिया कि स्कूल प्रणाली में शांति शिक्षा और मूल्य शिक्षा को बहुत प्रारंभिक चरण में पेश करने की आवश्यकता है। तभी हम दुनिया में संघर्ष और हिंसा को स्थायी रूप से हरा सकते हैं। मुनि ने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया अचानक से संघर्ष और अनिश्चितता का सामना कर रही है धार्मिक और आध्यात्मिक नेताओं की भी अहम भूमिका है।

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