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सिंगापुर में भारतवंशी ने जिगर देकर बचाई दूसरे 'जिगर के टुकड़े' की जान

बलथंडौथम को पुरस्कार के रूप में एक ट्रॉफी और 11,16,779 रुपये नकद से सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति हलीमा ने कहा कि मौजूदा महामारी में जब हमारा रोजाना का जीवन उदास और केवल सांसारिक दिखाई देता है। ऐसे समय में वे दिखाते हैं कि मानवता के रास्ते में कुछ भी बाधा नहीं बन सकता है।

सिंगापुर में भारतीय मूल के शख्स ने अपने ‘जिगर के टुकड़े’ का दान करके एक अनजान शख्स के जिगर के टुकड़े की जान बचा ली। इस शख्सियत का नाम है शक्ति बालन बलथंडौथम। उन्होंने अपने लीवर का 23 फीसदी हिस्सा एक साल की बच्ची को दान कर दिया, जिससे उसकी जान बच गई। बच्ची दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी। लीवर दान करने से पहले शक्ति बालन उस बच्ची के परिवार से कभी मिले भी नहीं थे। इस मानवीयता के लिए शक्ति बालन को राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने बुधवार को “द स्ट्रेट्स टाइम्स सिंगापुरियन ऑफ द ईयर 2021” के पुरस्कार से नवाजा है।

दरअसल, जुलाई 2020 में एक भारतीय दंपति ने सोशल मीडिया पर अपनी एक साल की बच्ची रिया के लिए जिगर के एक हिस्से के अंगदान के लिए अनुरोध किया था। रिया के 2019 में जन्म के कुछ हफ्ते बाद जिगर में गड़बड़ी का पता चला था। दुर्लभ बीमारी के कारण लीवर में पित्त नलिकाओं में सूजन आ जाती थी, जिससे गाल ब्लैडर की थैली में पित्त का प्रवाह नहीं हो पाता था। इलाज नहीं होने पर स्थिति गंभीर हो सकती थी। इसके बाद 28 साल के वरिष्ठ विपणन अधिकारी शक्ति बालन बालाथंडौथम ने 30 सितंबर, 2020 को अपने जिगर का 23 प्रतिशत हिस्सा बेबी रिया को दान कर दिया। इससे रिया को एक नया जीवन मिल गया है।

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