भारतीय मूल के थर्मन सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के आधिकारिक उम्मीदवार
सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम को आधिकारिक तौर पर 1 सितंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया है। उनके साथ दो चीनी मूल के पूर्व व्यावसायिक अधिकारियों के नामों की भी घोषणा हुई है।
थर्मन (66) के अलावा सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी के पूर्व निवेश प्रमुख एनजी कोक सॉन्ग (75) और सरकारी बीमा कंपनी के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान (75) को आधिकारिक तौर पर सिंगापुर के सर्वोच्च पद के लिए चुनाव विभाग (ईएलडी) द्वारा उम्मीदवार घोषित किया गया था है। सिंगापुर में राष्ट्रपति का पद गैर राजनीतिक है।
द स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार चूंकि तीनों को आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार घोषित किया गया है, इसलिए वे 40,500 SGD की अपनी चुनावी जमा राशि जब्त हुए बिना इस दौड़ से बाहर नहीं हो सकते।
सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल तीनों उम्मीदवार अब आधिकारिक तौर पर चुनाव प्रचार शुरू कर सकते हैं। प्रचार 30 अगस्त को समाप्त होगा। कूलिंग-ऑफ डे 31 अगस्त को है और मतदान 1 सितंबर को होगा। सिंगापुर की मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को खत्म हो जाएगा।
नामांकन के बाद अपने भाषण में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी सरकार के पूर्व वरिष्ठ मंत्री थर्मन ने कहा कि वह एक गरिमापूर्ण और सम्मानजनक प्रतियोगिता की आशा करते हैं जो इस बात पर केंद्रित होगी कि प्रत्येक उम्मीदवार सिंगापुरवासियों के लिए क्या लेकर आता है और देश के भविष्य के लिए उसके पास क्या कुछ है। थर्मन ने कहा- आइए एक ऐसे अभियान की आशा करें जो गरिमापूर्ण और सम्माननीय हो। एक ऐसा अभियान जो स्वयं सिंगापुरवासियों को एकजुट करना चाहता हो न कि हमें विभाजित करे।
थर्मन ने बाद में मीडिया को बताया कि वह राष्ट्रपति पद के लिए नए पदों या बयानों के आधार पर नहीं बल्कि अपने जीवन के एक लंबे समय से चले आ रहे उद्देश्य के आधार पर चुनाव लड़ रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में थर्मन के हवाले से कहा गया है कि मैं एक निष्पक्ष, अधिक दयालु और अधिक समावेशी समाज में विश्वास करता हूं। मेरा जीवन इसके लिए समर्पित रहा है। सिंगापुर विशेष हो सकता है।
थर्मन ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए जुलाई में सभी राजनीतिक और सार्वजनिक कार्यालयों से इस्तीफा दे दिया था। तब उन्होंने कहा था कि यह हमारा भविष्य है जिसके बारे में हम चिंतित हैं और यह 'एक अलग भविष्य' होगा।