भारत के विदेश और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री वी मुरलीधरन 18-24 मई तक संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं। भारतीय प्रवासियों के साथ मुलाकात के एक हिस्से के रूप में वह हिक्सविले में लॉन्ग आइलैंड के गुरु नानक दरबार पहुंचे, जहां उन्होंने गुरुद्वारे में मत्था टेका और भारत के राष्ट्र निर्माण में सिख समुदाय के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला।
Blessed to visit Gurudwara Guru Nanak Darbar of Long Island, New York.
— V. Muraleedharan (@MOS_MEA) May 21, 2022
Highlighted PM @narendramodi ji's special relationship with the Sikh Community and thanked them for their contribution in India’s nation building. pic.twitter.com/Q48ab7EGio
मुरलीधरन ने गुरुद्वारे में मौजूद सभी सिख और अन्य भारतीय प्रवासी समुदाय के सदस्यों से भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष में मनाए जा रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के समारोह में भाग लेने का आग्रह किया। मंत्री ने बताया कि मोदी सरकार ने बीते दिनों नई दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आधिकारिक आवास पर दुनिया भर के 100 से अधिक सिखों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिले।
न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार लॉन्ग आईलैंड में सिख समुदाय ने मुरलीधरन की गुरुद्वारे की यात्रा की बहुत सराहना की और उनकी हालचाल पूछे जाने को लेकर उन्हें धन्यवाद दिया। मुरलीधरन ने न्यूयॉर्क के वुडबरी में एक समारोह में बड़ी संख्या में समुदाय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।

इससे पहले उन्होंने 20 मई को न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लगभग 200 सदस्यों के साथ बातचीत की। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में प्रवासी भारतीयों के साथ संबंध को और गहरा करने के भारत सरकार के संकल्प को साझा किया। उन्होंने उनसे भारत की विविधता, कला, खेल उपलब्धियों, नवाचार पर प्रकाश डालते हुए आजादी का अमृत महोत्सव मनाने में वाणिज्य दूतावास में शामिल होने का आह्वान किया।
इसके अलावा मुरलीधरन ने न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास में एक कार्यक्रम के दौरान मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है। यह मोबाइल ऐप वाणिज्य दूतावास की सभी सेवाओं को स्मार्ट फोन पर लाता है जिसे सरकार ने वाणिज्य दूतावास की एक अन्य जन-केंद्रित पहल के रूप में वर्णित किया है।