आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग में भारतीय और चीनी कंपनियां प्रमुख विकसित देशों के मुकाबले कहीं आगे हैं। यह चौकाने वाली जानकारी दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी आईबीएम (IBM) ने दी है। उसके एक सर्वे के अनुसार वैश्विक स्तर पर 35 फीसदी कंपनियों ने अपने कारोबार में एआई का इस्तेमाल करने की बात कही है। साल 2021 से तुलना करें तो 2022 में ऐसे संगठनों में 13 फीसदी का इजाफा होने का अनुमान है।
आईबीएम की ग्लोबल एआई एडॉप्शन इंडेक्स 2022 में कहा गया है कि भारतीय और चीनी कंपनियां इस राह पर अगुवाई कर रही हैं। दोनों देशों के लगभग 60 फीसदी आईटी पेशेवरों का कहना है कि वह अपने संगठनों में सक्रिय रूप से एआई का उपयोग कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कोरिया में ऐसे पेशेवरों की संख्या 22 फीसदी, ऑस्ट्रेलिया में 24, अमेरिका में 25 और यूनाइटेड किंगडन में 26 फीसदी है।
सर्वे में कहा गया है कि वित्तीय सेवाओं, मीडिया, एनर्जी, ऑटोमोटिव, तेल और एयरोस्पेस उद्योग के क्षेत्र में आईटी पेशेवरों की ओर से जल्द ही यह घोषित किया जा सकता है कि उनकी कंपनियां सक्रिय रूप से एआई को अपना रही हैं। वहीं, रिटेल, ट्रैवल, सरकारी या संघीय सेवाओं और हेल्थकेयर में ऐसा होने की उम्मीद सबसे कम है। यह सर्वेक्षण इसी साल 30 मार्च से 12 अप्रैल को बीच किया गया था।
इसके अनुसार भारत के 57 फीसदी आईटी पेशेवरों ने कहा है कि उनके कारोबारों में सक्रिय रूप से एआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं 27 फीसदी ने संकेत दिया कि उनकी कंपनियां एआई के इस्तेमाल की संभावनाएं तलाश रही हैं। इसके अलावा 56 फीसदी भारतीय कंपनियों के आईटी पेशेवरों का इसे लेकर कहना है कि वह रिसर्च और डेवलपमेंट के क्षेत्र में एआई का उपयोग करने पर विचार कर रहे हैं।