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कुछ तो बात है, तभी इस देश ने लेखिका कंदासामी को दिया विशेष पुरस्कार

जर्मन पेन सेंटर के उपाध्यक्ष कॉर्नेलिया ज़ेत्शे ने मीना को स्वतंत्र लेखन, लोकतंत्र व मानवाधिकारों का एक निडर योद्धा और भारत में भूमिहीनों, अल्पसंख्यकों और दलितों के दमन के खिलाफ आवाज उठाने वाला बताया।

जर्मनी के डार्मस्टाट में PEN सेंटर की तरफ से भारतीय लेखिका व कवयित्री मीना कंदासामी को हरमन केस्टेन पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। उन्हें यह पुरस्कार 15 नवंबर को डार्मस्टाड में होने वाले समारोह में प्रदान किया जाएगा। उन्हें बतौर पुरस्कार राशि 20,000 यूरो यानी करीब 16 लाख रुपये की रकम मिलेगी।

मीना की पुस्तकों में 2014 की "The Gypsy Goddess" और 2017 की "When I Hit You: Or, A Portrait of the Writer as a Young Wife" शामिल हैं। उनकी कविताओं के संकलन भी प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें 2010 की "Ms Militancy" और 2015 में आई "#ThisPoemWillProvokeYou and Other Poems" प्रमुख हैं।

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