GOP प्रत्याशी बनने की रेस में एक और भारतवंशी, आते ही पार्टी को दी चुनौती

अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक और भारतवंशी मैदान में उतर आया है। भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है। उनसे पहले भारतीय मूल की निक्की हेली राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू कर चुकी हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले से मैदान में हैं।

केरल के मूल निवासी टेक आंत्रप्रेन्योर विवेक रामास्वामी ने फॉक्स न्यूज चैनल पर लाइव इंटरव्यू के दौरान अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ताकत हमारी विविधता नहीं है, बल्कि वे आदर्श हैं जो हमें मतभेदों से दूर रखते हैं। ये हैं योग्यता, बोलने की आजाद, सच्चाई, जवाबदेही। मुझे विश्वास है कि मेरे अंदर ये आदर्श अभी भी मौजूद हैं, और मैं उन्हें सबके सामने लाने के लिए राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में उतर आया हूं।

उम्मीदवारी के ऐलान के साथ ही विवेक ने जीओपी के अन्य प्रत्याशियों को चुनौती दे डाली। ट्विटर पर उन्होंने कहा कि मैं GOP के प्रत्येक उम्मीदवार को चुनौती देता हूं कि वे मेरे साथ मिलकर कुछ आसान प्रतिबद्धताओं का प्रण लें, इनमें शामिल है- भेदभाव खत्म करना, जलवायु धर्म का त्याग करना, चीन से पूरी तरह रिश्ते तोड़ना, सभी संघीय अफसरों के लिए 8 साल की सीमा तय करना, केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्राओं का विरोध करना और 'सरकारी कार्रवाई' फाइलें जारी करना। विवेक ने कहा कि बहुत सी चीजों पर हम असहमत हो सकते हैं लेकिन अगर आप इन मूलभूत प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं कर सकते तो आपको GOP का गंभीर दावेदार नहीं होना चाहिए।

एक के बाद एक ट्वीट करते हुए विवेक ने कहा कि हम ऐसे दौर में हैं जहां राष्ट्रीय पहचान का संकट सबसे सामने है। निष्ठा, देशभक्ति और कड़ी मेहनत जैसी चीजें गायब हो चुकी हैं। Wokeism, जलवायुवाद और लैंगिक विचारधारा ने उनका स्थान ले लिया है। हम उद्देश्य के पीछे भाग रहे हैं फिर भी इस सवाल का जवाब नहीं दे सकते कि अमेरिकी होने का मतलब क्या है। इसलिए मैं राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहा हूं।

विवेक ने कहा कि साल 2023 में हमें GOP में 'कौन' के बजाय 'क्या' और 'क्यों' पर ध्यान केंद्रित करना होगा। मैं अमेरिका-फर्स्ट-2.0 के लिए पूरा प्रयास कर रहा हूं। अमेरिका को सबसे आगे रखने के लिए, उसका खोया गौरव लौटाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा हूं। अगर हम ऐसा करने में कामयाब हो जाते हैं तो 2024 में जबरदस्त जीत हासिल करने से कोई नहीं रोक पाएगा।

बता दें कि रामास्वामी का परिवार केरल के पलक्कड़ से है। वह दो प्रौद्योगिकी कंपनियों और एक वित्तीय प्रबंधन फर्म के सह-संस्थापक और एक दवा कंपनी के संस्थापक भी हैं। 37 साल की उम्र में ही वह करोड़पति बन गए थे। पोलिटिको के अनुसार, उनके पास 500 मिलियन डॉलर की संपत्ति है। विवेक के पिता जनरल इलेक्ट्रिक में इंजीनियर थे। मां मनोचिकित्सक थीं। रामास्वामी का जन्म सिनसिनाटी में हुआ। उन्होंने हावर्ड और येले यूनिवर्सिटी से डिग्रियां ली हैं।