भारतीय-अमेरिकी विवेक चिलुकुरी CNAS में सीनियर फेलो नामित
अमेरिकी विदेश विभाग के पूर्व छात्र रहे चुके विवेक चिलुकुरी सेंटर फॉर न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी (CNAS) में वरिष्ठ फेलो और प्रौद्योगिकी तथा राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम के निदेशक के रूप में शामिल हो रहे हैं। वह पहले सीनेटर माइकल बेनेट (डी-कोलो) के लिए विभिन्न भूमिकाओं में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
👋Job news: After 6+ years on the Hill, I'm pleased to share that I've started as a Senior Fellow and Director of the Technology and National Security Program at @CNASdc. I join a whipsmart team exploring what AI, quantum, biotech, & more mean for US security. Excited to dig in.
— Vivek Chilukuri (@vivekchil) October 18, 2023
एक बयान में CNAS के सीईओ रिचर्ड फोंटेन ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी चिलुकुरी की कैपिटल हिल और विदेश विभाग दोनों में ही एक विश्वसनीय नीति विशेषज्ञ के रूप में प्रभावशाली पृष्ठभूमि अमेरिकी प्रौद्योगिकी नेतृत्व को बनाए रखने के लिए द्विदलीय नीतियों को विकसित करने के CNAS मिशन को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
CNAS प्रौद्योगिकी और राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्रम उभरती प्रौद्योगिकियों से जुड़ी नीतिगत चुनौतियों का पता लगाता है और विभिन्न विषयों पर अत्याधुनिक शोध प्रदान करने का उद्देश्य रखता है। यह इन चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझने और समाधान विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकी व नीति समुदायों को एक साथ लाने पर अपनी गतिविधियां केंद्रित करता है।
CNAS में शामिल होने से पहले चिलुकुरी ने सीनेटर माइकल बेनेट (डी-कोलो) के लिए एक वरिष्ठ स्टाफ सदस्य के रूप में कार्य किया। बेनेट इंटेलिजेंस पर सीनेट चयन समिति के सदस्य थे। उनके स्टाफ पदों में प्रौद्योगिकी और लोकतंत्र के लिए वरिष्ठ नीति सलाहकार, स्टाफ के उप प्रमुख, विधायी निदेशक और मुख्य भाषण लेखक शामिल थे।
अपने कार्यकाल के दौरान चिलुकुरी ने अमेरिका की प्रौद्योगिकी प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने, डिजिटल प्लेटफार्मों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए जिम्मेदार शासन को बढ़ावा देने और द्विदलीय बुनियादी ढांचा कानून के माध्यम से उच्च गति ब्रॉडबैंड तक पहुंच का विस्तार करने के लिए कानून तैयार करने में अहम भूमिका निभाई।
यही नहीं चिलुकुरी ने राज्य विभाग में नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार के अवर सचिव के नीति सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट में मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका टीम में एक कार्यक्रम अधिकारी के रूप में काम किया है।